चोदने गया था कुंवारी पर मिल गई चुदी चुदाई माल

हैलो फ़्रेंड्स, मेरा नाम सचिन है और दिखने में काफ़ी स्मार्ट हूँ। मेरी हाइट 6 फुट है और मेरा लंड 7 इंच लंबा और 4 इंच मोटा है। ये बात तब की है जब छह महीने पहले मुझे रेलवे स्टेशन पर टिकट काटने का काम मिला था। ये एक ठेका था जो मुझे मिला। मैं रोज़ सुबह उठ कर टिकट काटने जाता था।

जून के महीने में कोलेज शुरू हो जाते हैं तो स्टेशन पर मस्त मस्त सेक्सी लड़कियाँ भी आनी शुरू हो जाती हैं। इसी सिलसिले में एक लड़की जिसका नाम आंचल था, वो एक दिन अपना ट्रेन पास अपने घर पर ही भूल गई थी और उसे टीटी ने स्टेशन पर पकड़ लिया। वो रोने लग गई।

जब ये सब मैंने देखा तो अपनी होशियारी लगाने के लिए मैं उसके पास गया और टीटी को समझाया तो उसने उसे छोड़ दिया। इस तरह हमारी मुलाकात हुई उसने मुझे थैंक्स बोला और चली गई।

वो एकदम गोरी चिट्टी एकदम पटाका माल थी, उसे देखते ही किसी 80 साल के बुड्ढे का लंड खड़ा हो जाये।
उसका फ़िगर 36–28-34 था, उसके चूचे और चूतड़ दोनों गोल गोल रसीले आम की तरह थे। जब एक दिन वो दोबारा ट्रेन पास बनवाने आई तो मैंने उसका नंबर उस फ़ॉर्म से ले लिया। फिर मैंने उसको उस नंबर से उसे फ़ेसबुक पर सर्च करके रिक्वेस्ट भेजी।

फिर धीरे धीरे हमारी बातों का सिलसिला चला और यहाँ तक बढ़ गया कि मैंने उसे प्रोपोज़ कर दिया और उसने भी दो दिन बाद ही रिप्लाई हां में दे दिया। फिर हमारी बातें धीरे धीरे सेक्स की तरफ बढ़ने लगी।

एक दिन जब उसके घर पर कोई नहीं था तो उसने मुझे बुला लिया। मैं चुपके से उसके घर में चला गया और जाते ही उसे पीछे से कस के पकड़ लिया। वो साड़ी में थी क्योंकि मैंने उसे बोला था कि मुझे साड़ी में वो अच्छी लगती है। ब्लैक प्लेन साड़ी और ऊपर से उसका गोरा बदन क़यामत ढा रहा था। उसने मुझसे कहा- थोड़ा तो सब्र कर लो! मैंने कहा- जानेमन, सब्र होता तो मैं यहाँ नहीं होता। फिर उसे गोद मे उठा कर उसके बेडरूम में ले गया और बिस्तर पर पटक दिया।

मुझे ऐसा लगा जैसे मैं भूखा शेर और वो मेरा शिकार हो, मैं उस पर टूट पड़ा और चुम्बनों की बौछार कर दी, उसके सिर से चुमना शुरु किया और उसकी नाभि पर आकर रुका। क्या खुशबू थी पूछो मत! फिर हमने 10 मिनट तक लिप किस्स किया। उसने लाइट बंद करने को कहा तो मैंने उसे मना कर दिया क्योंकि मुझे उसके नंगे बदन का मजा जो लेना था। वो बार बार बड़बड़ा रही थी- आई लव यू जानू! और मादक ध्वनि निकाल रही थी।

मैंने धीरे धीरे उसका ब्लाउज और पेटीकोट उतार दिया। अब वो लाल ब्रा और फ्लावर वाली पेन्टी में थी। मैंने भी अपने सारे कपड़े उतार दिये और जोश में आकर उसकी ब्रा और पेन्टी फाड़ दी। हम दोनों ही नंगे थे और एक दूसरे से लिपटे हुए थे।
वो मेरे लंड को पकड़ कर सहला रही थी।

हम दोनों 69 की अवस्था में आ गए, मैं उसकी चूत को चाट रहा था और वो मादक आवाजें निकाल रही थी- आआ… आह… आआआह… आहआह… आई लव यू जानू और जोर से… और जोर से… और चूसो मेरी चूत को… चूस चूस कर इसका सारा रस निचोड़ लो… आआआह… करते हुए वो झड़ गई और मैं उसका सारा रस गटक गया।

वो मेरे लंड को अपनी दोनों चुच्चियों के बीच में फंसा कर रगड़ने लगी, मैं भी थोड़ी देर में ही झड़ गया, सारा माल उसकी चुच्चियों ही पर गिरा दिया।थोड़ी देर बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया, अब मैं सीधे उसकी चूत पर आ गया और लंड को उसकी चूत पर सहलाने लगा। वो बड़बड़ाये जा रही थी- अब और मत तड़पाओ… डाल दो चूत में और इसका भोसड़ा बना दो!

मैंने उसकी चूत पर लंड से टकरा और जोर से शॉट मारा, लंड एक ही झटके में उसकी चूत के अंदर चला गया।
अब 20 शॉट/मिनट की रफ़्तार से चुदाई शुरू हो गई, पूरा कमरा मादक सीत्कारों से भर गया ‘आआ आहउ उहउहउह… जोर से… और जोर से चोदो… और जोर से चोदो… आज इस चूत का भोसड़ा बना दो… आआ आआह आह आह उउउहउहउह… आज मुझे अपनी रखैल बना लो!

मैंने सोचा था कि उसकी चूत सील पैक होगी पर भेन्चोद वो तो पहले से ही चुदी चुदाई माल निकली, मेरे सील पैक चूत चोदने के अरमानों पर पानी फेर दिया।मैंने भी गालियाँ देना शुरू कर दी- भोंसड़ी की चुदक्कड़ कहीं की… ले मादरचोद और जोर से… ले बहन की लोड़ी, अभी तक ना जाने कितनों के बिस्तर गर्म किये होंगे!

अब मैंने पोज़ को चेंज कर दिया और उसे डोगी स्टाइल में लाकर पीछे से चोदने लगा।वो इस दौरान झड़ चुकी थी।
मैं थक चुका था तो मैं बिस्तर पर लेट गया और वो मेरे लंड को चूत में फ़ंसा कर उछल कूद करने लगी।मैंने दोनों हाथों से उसके बूब्स को मसलना शुरू कर दिया। थोड़ी देर में ही मैं उसकी चूत में झड़ गया।

फिर हमने दो मिनट तक एक लंबा चुम्बन किया और लेट गए।
एक घण्टे बाद नींद खुली, मैंने कपड़े पहने और अपने घर आ गया।

Leave a comment

You cannot copy content of this page