दीदी के देवर के मोटे काले लंड से पूरी रात चुदी

हैलो दोस्तो, मेरा नाम हेमा है, मैं 21 साल की हूँ, मेरा फिगर बहुत ही सेक्सी और मेरे बूब्स बहुत ही बड़े और कसे हुए है और मेरी गाँड़ भी बहुत फैली हुई है। मैं भरपूर जवानी से तर बतर हु, आजकल किसी भी लड़के को देखकर बूर में पानी आ जाता है, पर समाज के बंधन के चलते मैं किसी से चुद भी नहीं सकती, बस मन में ही सोचती रहती हूँ ये सब.

मेरी बड़ी बहन नेहा जो की 27 साल की है, वो भी बहुत चुदक्कड़ थी, उसके किस्से तो बड़े आम है वो तो बहुत से पड़ोस के लड़कों से चुद चुकी थी, उसकी शादी पिछले साल ही हो गयी, मेरे जीजा जी, जो की अभी दुबई गए हुए है, वो प्रेग्नेंट कर के छोड़ गए थे, मेरी बहन ने अभी कल ही एक लड़के को जन्म दिया है.

मेरे घर में माँ पापा और हम दोनों बहने रहती है, दीदी को दर्द उठा तो वो हॉस्पिटल में भर्ती हो गयी, जीजा जी तो यहाँ है नहीं इस वजह से उनका छोटा भाई रोहित आया हुआ था, शाम को मम्मी पापा खाना खाके दोनों हॉस्पिटल चले गए रोहित भी गया पर वह सब कुछ देख के वो वापस आ गया, क्योंकी माँ और पापा बोले आपको यहाँ रहने की जरूरत नहीं है आप आराम कीजिये घर जाके, आप ऐसे भी सुबह से थके है. तो रोहित वापस आ गया था घर पे.

मैं नहा रही थी बाथरूम में उसी समय रोहित आया था, वो घंटी बजाते रहा मुझे दरवाजा खोलने में देर हो गई, जब मैं नहा के निकली तो मैंने जल्दी से सिर्फ़ तौलिया ही लपेट लिया था, तौलिये की वजह से मेरी बड़ी बड़ी चुचिया और नीचे मेरी मोटी मोटी जांघे दिख रही थी, दरवाजा खोला तो रोहित था।

रोहित ने मुझे देखा और देखता ही रह गया, उसकी हवसी आँखे मुझे घूर रही थी, वो मुझे ऊपर से नीचे तक निहार रहा था, उसने छुआ नहीं पर मुझे लग रहा था वो अपनी आँख से मेरे तन बदन को छु रहा है, मैं थोड़ी नर्वस हो गयी, मेरी आँखे नीचे झुकने लगी, पर वो खड़ा होके अपनी नजर को सेक रहा था.

मैं भी थोड़े इठलाती हुयी चलने लगी और बैडरूम में चली गयी, और मैंने कह दिया रोहित दरवाजा बंद कर देना बाहर का, वो दरबाजा बंद करने लगा, और मैं अंदर आके कपडे पहने लगी, तभी मेरा ब्रा का हुक पीछे बाल में अटक गया था, और मैं जितना निकलने की कोशिश कर रही थी उतना ही फ़सा जा रहा था, तो मैंने रोहित को बुलाया की मेरा हुक फसा हुआ है हुआ निकल दो.

वो जब अंदर आया तो देख कर और भी दंग रह गया, मेरी पीठ पूरी खुली हुई थी, चूचियाँ मेरी घुटनो से चिपक का बाहर छीतर रहा रहा, मैं बैठी थी, तब मैं रोहित को बोला क्या इससे पहले किसी लड़की को नहीं देखा क्या आपने, मैंने आपको सिर्फ हुक खोलने के लिए बुलाया है, आप तो टकटकी लगा के देख रहे हो और मैं दर्द से परेशान हु, वो फटा फट मेरे पास आया और हुक निकल दिया लगे हाथ वो मेरे पीठ को सहला दिया मेरे तन बदन में आग लग चुकी थी.

फिर मैं जब खड़ी हुयी और पीछे हुक लगाने लगी मेरा तौलिया निचे गिर गया और अब मैं सिर्फ ब्रा पहने रोहित के आगे खड़ी थी, यहाँ तक की मैंने पेंटी भी नहीं पहनी हुई थी. मैं खड़ी थी रोहित मेरे पास आ गया और मुझे किस्स करने लगा, मैंने कहा ये क्या कर रहे हो, तो बोला मुझे मत रोको प्लीज, आज तक मैंने ऐसे किसी को नहीं देखा.

मुझे जैसे ही उसने होठो से छुआ मेरे शरीर में सिहरन हो गयी, और मैं भी अपने आप को नहीं रोक पायी, मेरी गदराई हुयी जवानी, मेरे मन को नहीं रोक पा रही थी और मै भी रोहित के जिस्म को टटोलते हुए चूमने लगी, और वो अपने हाथो से मेरी चूचियों को दबाने लगा.

मैंने उसके लंड को जीन्स के ऊपर से ही महसूस किया, बड़ा कड़क माल था, रोहित ने अपनी जीन्स का ज़िप खोल दिया और फिर पेंट भी खोल दी, मेरा गोरा बदन महक रहा था, हम दोनों की साँसे तेज हो गयी, वो मेरी निप्पल को पिने लगा, पहला एहसास था, किसी को अपना दूध पिलाने का, फिर वही बेड पे लेट गए और वो मेरे ऊपर चढ़ गया.

मैंने अपनी टांग फैला दी, वो बीचो बीच आके मेरी बूर को चाटने लगा और मैं अपनी टांगो से उसका सर अपनी बूर में और ज़्यादा घुसाती फिर वो ऊपर आया,उसका मोटा काला लंड खड़ा था मुझे चोदने के लिए मेरी बूर भी तैयार थी उसके मोटे लंड को अपनी चूत में समाने के लिए, उसने अपने लंड का सुपाड़ा मेरी चूत के मुह पे लगाया और एक ही झटके में घुसा दिया, मुझे काफी दर्द हो रहा था, मैंने उसको निकालने के लिए कहा की मुझे दर्द हो रहा है पर वो साला कुत्ता मेरी चूचियों को चाटते हुए मुझे झटके दे रहा था और अपना मोटा लंड मेरी बूर में पेल दिया.

मैं भी एक नंबर की चुदक्कड़ थी, मैं भी लगी गांड उठा उठा के झटके देने, और साथ साथ गाली भी दे रही थी, कह रही थी चोद साले कुत्ते चोद मुझे, बस इतनी ही ताकत है, मार जोर से और मार क्यों माँ ने दूध नहीं पिलाया, वो भी जोर जोर से चोद रहा था मैं चुदी जा रही थी और गाली दे रही थी.

मैं अपने आप को कमजोर नहीं होने देना चाह रही थी, फिर मैंने कहा बस हो गया साले चोद ना मुझे जोर जोर से वो लगा चोदने जोर जोर से फिर मेरी सांस तेज हो गयी और एक अंगड़ाई के साथ मैं झड़ गयी और ठीक उसके बाद रोहित ने अपना वीर्य मेरे बूर के अंदर हो छोड दिया. हम दोनों एक दूसरे को चूमने लगे, और वैसे ही पड़े रहे, फिर उठे और खाना खाया, और फिर दोनों एक ही बेड पे सोये, रात भर चोदम चोदी चल रही थी और एक दूसरे को मजा दे रहे थे. मजा आया आपको मेरी कहानी पढ़कर, ये सच्ची है यार, अब जोर जोर से मूठ मार लो आप भी मुझे याद करके.

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