हैलो दोस्तों, मेरा नाम अंकिता है और आज मैं आप सभी को मेरी ज़िंदगी की सबसे ज़बरदस्त चुदाई की कहानी बताने वाली हूँ जिसके बारे में याद कर के आज भी मेरी चूत पानी पानी हो जाती है।
यह मेरी शादी के 2 साल बाद की बात है और ये मेरी ज़िंदगी की सबसे ज़बरदस्त चूत चुदाई में से एक है।
मेरे पति एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते है, उन्हें काफ़ी लंबे समय तक काम करना पड़ता है इसलिए वह कभी कभी घर पर लेट भी आते है,कई बार उन्हें अपने कम की वजह से शहर से बाहर भी जाना पड़ता है।
मेरे पति का एक दोस्त है अमित , जो की बड़ी कंपनी में मैनेजर है वो कई बार हमारे घर आता रहता था, और मेरे पति के साथ बैठ कर कभी कभी बियर वगेरा पी लेता था।
एक दिन की बात है जब मेरे पति और अमित, दोनों ने पी हुई तब मेरे पति और अमित दोनों बहुत नशे में थे और मेरे पति को उस दिन ज़्यादा ही चढ़ गई थी तो वो बस बस हॉल में ही बैठे रहे तभी अमित वहाँ से उठकर किचन में आ जाता है, मैं उस समय किचन में खाना बना रही थी तभी अमित ने मुझसे पूछ लिया और भाभी जी कैसी हो आप?
मैंने जवाब दिया मैं ठीक हूँ, आप बताओ आप कैसे हो?
अमित कहता, बस जी रहे है भाभी जी आपकी दुआ है सब,उसकी बाते सुनकर मैं हँसने लग गई क्यूकी वह हमेशा जब भी घर आता था तो हमेशा ऐसी बारे करके मुझसे मज़े लिये करता था.
तभी मैंने अमित से बोला मुझे जरा ऊपर से चीनी का डब्बा उतार के देना, तो तभी अमित ने डब्बा उतारा और उसने मुझे डब्बा दिया और कहने लगा वैसे आप तो चीनी से भी मीठी हो भाभी जी।
अचानक से डब्बा मेरे हाथ से नीचे गिर जाता है और मैं झुक कर डब्बा उठाती हूँ तो मेरा साड़ी का पल्लू भी खिसक जाता है और मैंने एक ब्रा जैसा ब्लाउज पहना हुआ था जिस से मेरी बड़ी बड़ी चुचिया दिख रही थी।
अमित तो मेरी चुचिया बस देखते ही रह गया, मेरी चूचियों का साइज 36 है और मेरी गाँड़ भी बहुत फैली हुई है, कॉलेज के समय पर मैं बहुत से लड़कों से चुदी भी हूँ।
मैंने डब्बा उठाकर ऊपर रख दिया,तभी अमित मुझसे बोला भाभी जी आपका फिगर तो बहुत कमाल का है, बस मन करता है आपके बदन को निहारता ही रहूँ.
मैं ये सुनकर शर्मा गई,अमित पीछे से आकर मेरी कमर पे हाथ लगाता है,और उस समय तो, मानो जैसे मैं एक अलग ही दुनिया में पहुँच गई थी। मैंने अमित को बिलकुल मना नहीं किया जिस से उसकी हिम्मत और बढ़ी, फिर अचानक से उसने मुझे पीछे से पकड़ लिया,मैंने अमित को बोला ये क्या कर रहे हो कोई आ जायेगा।
अमित बोला कोई भी नहीं आएगा भाभी जी,राहुल तो नीचे पी के पड़ा हुआ है।
दोस्तों बहुत दिनों से मेरे पति ने मेरी चुदाई नहीं की थी क्यूकी वो काम में हमेशा बहुत व्यस्त रहते है जिसकी वजह से वो मेरी चुदाई नहीं करते है,मेरा बहुत मन करता है चुदवाने का इसलिए मेरे दिल में यही आ रहा था कि अमित से मैं अपनी चुदाई करवाऊँ।
तभी अमित ने फिर से पीछे से मुझे ज़ोर से पकड़ लिया और वह मेरी चुचिया दबाने लगा और मैं तो अब इसके बाद वैसे ही गरम हो गई।
मैंने अमित को बोला ये क्या कर रहे हो अमित तुम?
अमित कहने लगा भाभी मैं तो बस आपको चोदना चाहता हूँ अपनी कभी घोड़ी बनाकर,कभी कुतिया बनाकर।
मुझे पता है राहुल आपकी ठीक से चुदाई नहीं कर पाता है क्यूकी वह काम में जो व्यस्त रहता है,बताओ चुदवाओगी आप मुझसे?
ये सुनकर मैं शर्मा गई और अमित को धक्का देकर दूर हटाया और फिर मैं शर्मा कर अपने रूम में भाग आयी।
फिर इसके कई दिन तक ये बात मेरे दिमाग़ में घूमती रही क्यूकी मैं भी अपनी चुदाई करवाना चाहती थी अमित से, बस बोलने में शर्माती थी.
एक दिन की बात है उस दिन मेरे पति शहर से बाहर गये हुए थे तो उस दिन मैंने अमित को फ़ोन करके बोल दिया कि हाँ मैं तुमसे चुदवाना चाहती हूँ अब बस तुम जल्दी से घर आकर मेरी चुदाई करदो.
अमित आधे घंटे में घर आ जाता है और उस दिन घर पर हम दोनों के अलावा और कोई नहीं था,अमित ने आते ही मुझे बोला क्यों भाभी अब कैसे आप अपनी चुदाई के लिए तैयार हो गई?
आज तो मैं आपको छोड़ूँगा नहीं आज तो में आपकी बुर फाड़ ही डालूँगा।
ये सब सुनकर मैं पूरी गरम हो गई और अमित से बोली, हाँ फाड़ दो मेरी बूर, चोद लो मुझे जी भर के बस ये बात किसी को बताना मत।
अमित बोला अरे ये कैसी बाते कर रहे हो भाभी, मैं नहीं बताऊँगा किसी को भी कुछ.
फिर मैं और अमित रूम में आ गये, रूम में आते ही अमित ने मेरे होटों पर किस करना शुरू कर दिया और अपने दोनों हाथों से मेरे मम्मे दबाने लगा,मेरी तो पूरी चूत ही गीली हो गई थी नीचे से,अमित ने फिर जल्दी से अपने कपड़े उतारे और फिर उसके बाद उसने मुझे भी पूरी नंगी कर दिया.
अब मैं उसके सामने पूरी नंगी थी और उसकी नज़र मेरी चूचियों से हट ही नहीं रही थी,वो कहने लगा वाह भाभी क्या चुचिया है आपकी, जो भी आपको चोदेगा उसके तो मज़े है,और उसके बाद उसने मेरी मेरी चूचियों के निपल्स को चूसना शुरू कर दिया और मुझे बेड पर लिटाकर अपनी उँगलियों से मेरी चूत में अंदर बाहर करने लगा जिस से मुझे बहुत मज़े आ रहे थे .
उसके बाद उसने अपनी जीभ से मेरी चूत को चाटना शुरू कर दिया और उस समय तो बस मैं जन्नत में ही पहुँच गई थी, मैं ज़ोर ज़ोर से सिसकारियाँ लेने लग गई थी आहहहहहहह आहहहहहहह ऊहहहहहहह आहहहहह”
अब मेरी गदराई हुई चूत नीचे से पूरी गीली हो चुकी थी और मैंने अमित से बोला, मुझे और मत तड़पाओ बस जल्दी से अपना लंड मेरी चूत में डाल दो.
दोस्तों अमित का लंड बहुत ही मोटा और लंबा था,उसके लंड को देख कर मुझे बहुत ख़ुशी हो रही थी की आज मैं एक मोटे लंड से चुदने वाली हूँ.
तभी अमित से मेरी दोनों टाँगे उठा कर अपने कंधे पे रख ली और अपना लंड मेरी चूत पर रख कर निशाना लगाया और एक ही झटके में अंदर डाल दिया और मेरी चीखे ही निकल गई “आहहहहहहह आहहहहहहह ऊहहहहहहह आहहहहह”.
फिर अमित ज़ोर ज़ोर से मेरी चूत में धक्के लगाता और मेरी ज़बरदस्त चुदाई करता.कभी वह मुझे अपनी घोड़ी बनाकर चोदता तो कभी कुतिया.
धीरे धीरे उसने अपनी स्पीड बढ़ाई और अब वो मुझे बहुत ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था “आहहहहहहह आहहहहहहह ऊहहहहहहह आहहहहह”
और उस दिन अमित ने मुझे पूरी रात चोदा,उसका सारा माल मेरी चूत में ही रह गया था, अब जब कभी भी मेरा चुदने का मन होता था तो मैं अमित को घर बुलाकर चुदवा लेती थी. वह दिन मेरी ज़िंदगी का सबसे यादगार दिन था क्यूकी उस दिन अमित ने मेरी चूत की प्यास को शांत कर दिया था।