पुलिस वाली रंडी बन कर चुदी

ब्यूटी पार्लर की आड़ में मैं कालगर्ल का धंधा भी कर लेती थी. एक नयी पुलिस वाली की भरती हुई और वो मेरे काम में रुकावट बनने लगी. तो मैंने उसका इलाज कैसे किया?

हाय मेरे दोस्तो, मैं आपकी कोमल… आज की ये सेक्स कहानी एक पुलिस वाली पर है कि कैसे उसने चूत चुदवाई और मेरी सैटिंग बन गई. मैं जहां रहती हूँ, वहां के एक मकान में एक फैमिली रहने आयी. वो एक यादव फैमिली थी. उस फैमिली में 3 लोग रहते थे. यादव जी, उनकी पत्नी और बेटी. यादव जी की बेटी 23 साल की थी. यादव जी पुलिस में कांस्टेबल थे.

लेकिन अचानक हार्ट अटैक के कारण यादव जी की डेथ हो गई. अब उनकी बेटी और पत्नी अकेली बची थीं. यादव जी की पत्नी पहले से ही काफी बीमार रहती थी. इसलिए घर चलाने की जिम्मेदारी यादव जी की बेटी नताशा पर आ गई. नताशा ने पुलिस में भर्ती होने के लिए एग्जाम दिया हुआ था. लेकिन जब रिजल्ट आया तो उसे निराशा हाथ लगी. मगर पिता की मृत्यु के चलते उसकी अनुकम्पा नियुक्ति का प्रार्थनापत्र स्वीकार हो गया और उसे भी एक कांस्टेबल की पोस्ट मिल गई.

नताशा के मन में इस पोस्ट से संतुष्टि नहीं हुई, वो पुलिस विभाग में किसी बड़े पद के सपने देखती थी. इससे पहले इस सेक्स कहानी को रूप दिया जाए, उससे पहले मैं आपको नताशा के बारे में बता देती हूँ. नताशा की उम्र 24 साल की थी. उसका फिगर 36-28-36 का था. उसे देख कर कोई कामुक हो जाए, ऐसी मस्त सुन्दरी थी वो. उसे देख कर किसी का भी मन उसे चोदने का हो जाए.

जब नताशा पुलिस वर्दी में घर से निकलती, तो बड़ी ज़बरदस्त लगती थी. पीछे से उसकी गांड ऐसे ठुमकती थी, जैसे चुदवाने की चाह में कोई लौंडिया गांड मटका रही हो. अब आप लोग नताशा की खूबसूरत जवानी को समझ गए होंगे कि कितनी वो कितनी सेक्सी और हॉट दिखती होगी. नताशा थी तो एक कांस्टेबल, लेकिन वो रौब इतना दिखाती थी, जैसे पुलिस इंस्पेक्टर हो.

आपको तो मालूम ही है कि मेरा पार्लर लड़कियों को मसाज के लिए ट्रेनिंग देता है. उसी की आड़ में मुझे बिजनेस भी मिल जाता है. एक दिन इसी बात को लेकर नताशा ने मुझसे लड़ाई की. तब मैंने सोच लिया कि इसे मजे चखा कर ही रहूंगी. मैं हमारे एरिया के एक एमएलए से मिली. उस एमएलए का नाम गौरव चौधरी था. उसका दबदबा भी बहुत था. मैं गौरव चौधरी से मिली और उसे नताशा के बारे में बताया. गौरव चौधरी को मैं कई बार आइटम सप्लाई कर चुकी थी, तो वो मेरी बात मानता था.

गौरव चौधरी बोला- अरे कोमल डार्लिंग, तेरा काम हो जाएगा, तू जा और सो जा. अभी जरा इलेक्शन आ रहे हैं. इलेक्शन के बाद तेरा काम हो जाएगा. मैंने गौरव चौधरी को कुछ पैसे दिए, वो पैसे उसने मना करते करते रख लिए. आप सब तो जानते ही हैं कि पैसा हर किसी को अच्छा लगता है और पैसे से ही हर काम चलता है. कुछ समय बाद इलेक्शन हो चुके थे. तो मैंने गौरव चौधरी को फोन किया और उससे बोली- इलेक्शन हो चुके हैं … नताशा से कब बदला लेगा?
गौरव चौधरी बोला- मैं अभी दिल्ली जा रहा हूँ … तब तक इलेक्शन रिजल्ट आ जाएगा. फिर वो दिन भी आ गया. इलेक्शन में गौरव चौधरी इस बार भी जीत गया और दिल्ली से आ गया था. उसने नताशा की खबर ली और वो जिस थाने में थी, वहां से उसका ट्रांसफर करवा दिया.

इस बार गौरव चौधरी ने अलीज़ा की ड्यूटी अपने फार्महाउस पर लगवा दी, इधर वो मीटिंग करता था और सबको पार्टी देता था.
दूसरे दिन गौरव चौधरी मुझसे बोला- फार्महाउस आ जाना, कल से नताशा की ड्यूटी वहीं करवा दी है. मैंने कहा- ठीक किया साली को इधर से हटवा दिया. गौरव चौधरी हंस कर बोला- अब मैं नताशा की मां चोद दूंगा! मैंने हैरान होकर कहा- वो कैसे?
गौरव चौधरी बोला- तू खुद आ कर देख ले ना … तू अन्दर रूम में रहना, रूम में सीसी टीवी कैमरा लगा है. तू इधर से ही अच्छे से उसकी मां चुदते देख लेगी. मैं बोली- ठीक है, मैं आती हूँ. फिर मैं उसके फार्महाउस पहुंच गई और अन्दर जहां उसके ऑफिस में सीसी टीवी रूम था, वहां बैठ गई. मैं टीवी में देख रही थी कि वो कब आएगा और नताशा से बदला लेगा. इतने में नताशा भी फ़ार्म पर आ गई. नताशा वर्दी में थी. उसकी चुस्त वर्दी की वजह से उसके मम्मे एकदम उभर रहे थे और गांड एकदम टाईट थी.

लगभग दो घंटे बाद गौरव चौधरी आया. कुछ देर बाद उसने नताशा को अन्दर बुलाया. मैं सब कुछ सीसी टीवी से देख रही थी. मुझे उसकी आवाज भी आ रही थी. ये आवाज गौरव चौधरी के रूम से सुनाई दे रही थी. गौरव चौधरी बोला- और सुना नताशा कैसी है? नताशा – जी सर … मैं ठीक हूँ.
गौरव चौधरी- मैंने सुना है कि तू कांस्टेबल से ऊपर की पोस्टिंग चाहती है. नताशा- जी सर, ये मेरा सपना है … काश सच हो जाए.
गौरव चौधरी – अरे तेरा सपना कितना सा है … ये तो बड़े आराम से हो सकता है. मैं करवा सकता हूँ लेकिन …
ये सब गौरव चौधरी अपने लंड मसलते हुए बोला था.
नताशा- जी सर … करवा दो प्लीज़ … मैं कुछ भी कर सकती हूँ.
गौरव चौधरी- कुछ भी का मतलब समझती है न … नताशा सोच ले तू क्या बोल रही है? गौरव चौधरी ये कहते हुए फिर से अपने लंड पर हाथ घुमाया. नताशा हंस कर बोली- हां सर मैं समझती हूँ.

ये कहते हुए वो गौरव चौधरी की गोद में बैठ गई. नताशा ने अपनी गांड गौरव चौधरी के लंड से टच कर दी और बोली- अब बोलो सर जी? गौरव चौधरी ने ऊपर से पीछे हाथ डाल कर उसके मस्त चुच्चियों को दबाना शुरू कर दिया. नताशा ‘सीई … आ. … सीई … उफ्फ..’ की सिसकारी भर रही थी.

फिर गौरव ने नताशा की टोपी हटा दी और नताशा के बाल खोल दिए. गौरव चौधरी नताशा के बालों को सूंघने लगा. उसके बालों में सुगंध थी. गौरव चौधरी लम्बी सांस भर कर खूशबू का मजा लेते हुए बोला- आह क्या मस्त जुल्फें हैं तेरी जान. मैं ये सब सीसी टीवी से देख रही थी. मुझे भी सनसनी होने लगी. मेरे सामने एक मर्द नताशा जैसी सुन्दरी के साथ खेल रहा था.

कुछ पल बाद गौरव चौधरी ने नताशा की शर्ट उतार दी. नताशा ने अन्दर ब्लैक कलर की ब्रा पहनी हुई थी. वो अभी भी पैंट पहने हुए थी. गौरव चौधरी ने नताशा को उठाया और आगे की ओर करके वो नताशा के दूध दबाने लगा. साथ ही वो अपना एक हाथ नताशा की चूत पर घुमाने लगा.

नताशा मस्ती में ‘सीई … अहह … सीई … ऊ उह्ह … चौधरी जी … आज आप खूब एंजॉय कर लो … मगर मुझे पोस्टिंग हर हाल में चाहिए. गौरव चौधरी ने यह सुनते ही नताशा की ब्रा फाड़ दी और बोला- भोसड़ी वाली मादरचोदी … आज तेरी चूत का भोसड़ा बना दूंगा.

इतना बोल कर गौरव चौधरी ने अब नताशा की पैंट भी उतार दी. नताशा की पैंट के साथ ही उसकी पैंटी भी निकल गई थी. अब नताशा एकदम नंगी हो गई थी. गौरव चौधरी ने नंगी नताशा को अपनी गोद में उठा कर सोफ़े पर लिटा दिया और उसकी दोनों टांगों को खोल दिया. उसके सामने नताशा की चूत खुली पड़ी थी. वो नताशा की चूत चाटने लगा.

गौरव चौधरी नताशा की चूत पर ऊपर से नीचे तक जीभ फेरता हुआ कहने लगा- आह … क्या मस्त चूत है बहन की लौड़ी की … आह आज तो तेरी चूत को मस्त कर दूंगा. ये बोल कर गौरव चौधरी अपनी पूरी जीभ चूत में डाल कर चाटने लगा. नताशा मस्ती से मादक सिसकारियां भरने लगी थी.
उसकी गांड खुद ब खुद गौरव चौधरी के मुँह पर उठती जा रही थी. जिससे गौरव चौधरी भी नताशा की चूत को खूब चाटने लगा. कुछ ही पलों में नताशा झड़ गई. नताशा की चूत मलाई के जैसी हो गई थी. जिसे गौरव चौधरी मस्ती से चाटता गया. इससे नताशा की चूत एकदम चिकनी हो गई थी. अब गौरव चौधरी ने अपने कपड़े उतार दिए और नताशा के सीने पर बैठ गया.

गौरव चौधरी गुर्रा कर बोला- चल लंड हिला भोसड़ी की. नताशा ने गौरव चौधरी का लंड हिलाना शुरू कर दिया. कुछ ही पलों में गौरव चौधरी का लंड खड़ा हो चुका था. मैं सीसीटीवी से देख रही थी. मुझे उसका लंड लगभग 7 इंच लंबा और 2 इंच मोटा दिख रहा था.

इसके बाद गौरव चौधरी ने अपना लंड नताशा के होंठों पर रखा और अपना टोपा नताशा के होंठों पर फेरने लगा. नताशा ने अपने होंठ भींच रखे थे, शायद वो लंड चूसना नहीं चाह रही थी. मगर गौरव चौधरी ने उसके दोनों गाल दबा कर लंड को नताशा के मुँह में घुसेड़ दिया.

अब नताशा ने भी लंड पकड़ कर मुँह में चूसना चालू कर दिया. कोई 5 से 7 मिनट बाद गौरव चौधरी नताशा के मुँह को मस्ती से चोदने लगा. वो अपना लंड पूरा अन्दर बाहर करने लगा था. गौरव चौधरी नताशा रंडी के मुँह की चुदाई जम कर करने लगा. कुछ मिनट बाद गौरव चौधरी के लंड का पानी निकल गया और उसने सारा नताशा के मुँह में ही छोड़ दिया. नताशा भी जोश में थी, उसने गौरव चौधरी के लंड का पूरा पी लिया.

अब गौरव चौधरी ने उससे पूछा- पहले चुदी है या नहीं? नताशा मुस्कुरा कर बोली- जब मैं ट्रेनिंग में गई थी, तो वहां जो ट्रेनिंग ऑफिसर था … वो सारी लड़कियों को चोदता था. उसी ने मुझे भी चोदा था. गौरव चौधरी ने हम्म की आवाज निकाली और नताशा से फिर से लंड खड़ा करने को कहा. नताशा फिर से गौरव चौधरी का लंड हिलाने लगी. कोई 5 मिनट में फिर से गौरव चौधरी का लौड़ा खड़ा हो चुका.

अब गौरव चौधरी ने नताशा को सोफ़े पर सीधा लेटा दिया और अपना लंड चूत पर सैट करके एक धक्का दे दिया. उसका पूरा लंड सरसराता हुआ चूत के अन्दर घुसता चला गया.
नताशा एकदम से लंड घुसने से जोर से चीख पड़ी- आह मर गई … आआहह … मेरी फट गई … आह फाड़ दी चूतिए ने.
यह सुन कर गौरव चौधरी ने लंड फिर से बाहर निकाला और बिना देर किए फिर से अन्दर पेल डाला. नताशा की चीख़ो को अनसुना करते हुए वो लंड चूत में अन्दर-बाहर करने लगा.

थोड़ी देर बाद नताशा भी अपनी गांड उठा कर लंड से चुदवाने लगी. ये देख कर गौरव चौधरी भी जोर जोर से ताबड़तोड़ चुदाई करने लगा. लगभग 20 से 25 मिनट बाद गौरव चौधरी ने लंड चूत से बाहर निकाला और सोफ़े पर बैठ गया. मैंने देखा कि उसका लंड अभी भी खड़ा था.

गौरव चौधरी नताशा से बोला- चल रंडी … लंड पर बैठ और उछल उछल कर मजे दे. आज तुझे रंडी बना कर ही चोदूँगा साली घसती चुदक्कड़ रांड.
ये सुनकर नताशा गांड मटकाते हुए उठी और गौरव चौधरी के सीने की तरफ मुँह करके बैठ गई. फिर उसने लंड को अपनी चूत में सैट किया और पूरा लंड चूत में ले लिया. लंड अन्दर लेते ही उसकी एक बार सीत्कार निकली और वो अगले ही पल गांड उछाल उछाल कर गौरव चौधरी को मजे देने लगी.

गौरव चौधरी नताशा की गांड पकड़े हुए उसकी चूत में लंड पेल रहा था. गौरव चौधरी नताशा के दूध चूसता हुआ चुदाई का मजा ले रहा था. साथ ही वो नताशा की गांड में भी उंगली डाल रहा था. वो नताशा को इसी पोज दस मिनट तक चोदता रहा. नताशा अब थक गई थी और वो अपनी तरफ से जरा भी उछल कूद नहीं कर रही थी. फिर गौरव ने नताशा को फिर से सोफ़े पर सीधा लेटा दिया और जोर जोर से ठोकने लगा.

नताशा समझ गई कि गौरव चौधरी अब लंड का पानी छोड़ने वाला हो गया है. ये समझते ही नताशा गौरव चौधरी से बोली-चौधरी जी, अपना पानी चूत में नहीं, बाहर छोड़ना. लेकिन चौधरी कहां सुनने वाला था. वो बस धकापेल चोदता रहा. उसने अपनी स्पीड और भी बढ़ा दी थी. फिर गौरव चौधरी ने एकदम से एक करारा झटका दिया और लंड का पूरा पानी नताशा की चूत में फेंकने लगा. वो नताशा के ऊपर लेट गया था ताकि पानी बाहर ना निकलने पाए.

दो मिनट बाद गौरव चौधरी ने लंड बाहर निकाला, तब तक नताशा की चूत में पानी घुस चुका था. नताशा तनिक गुस्सा हुए बोली- तुमने पानी अन्दर क्यों डाला? गौरव चौधरी बोला- मादरचोदी पोस्टिंग करवाना है ना … तो ज्यादा चुदुर चुदुर नहीं कर. नताशा चुप हो गई.
गौरव चौधरी कुछ देर अपनी सांसें नियंत्रित करने लगा. नताशा भी अपनी हांफी ठीक कर रही थी. कुछ देर बाद गौरव चौधरी बोला- चल अब उल्टी लेट जा रांड … अब तेरी गांड का नम्बर है. गौरव चौधरी के मुँह से ये सुन कर तो मैं भी सकते में आ गई.

उधर नताशा भी बिना चूं-चपड़ किए उल्टी लेट गई थी. गौरव चौधरी ने अपने खड़े लंड सहला कर गांड मारने के लिए रेडी किया और नताशा की गांड में लंड डालने लगा. नताशा लंड गांड में लेते ही चीख उठी- आह मर गई … गौरव चौधरी जी आपका लौड़ा है या लोहा की रॉड है.
गौरव चौधरी ने उसकी कोई परवाह नहीं की और उसकी मखमली गांड मारने लगा. गौरव चौधरी का लंड नताशा की गांड में जाते समय बड़ी आवाज कर रहा था. कमरे में से ‘घप्पा घप्प … घप्पा घप्प..’ की आवाज आ रही थी.

कुछ देर बाद गौरव चौधरी का पानी फिर से छूटा और उसने पूरा पानी नताशा की गांड में ही छोड़ दिया. नताशा भी झड़ चुकी थी.
गौरव चौधरी ने पूरे दो बार अलीज़ा की चुदाई की और बैठ कर सिगरेट फूंकने लगा. उधर नताशा मरी कुतिया सी कुनमुना रही थी. तभी गौरव चौधरी के पास किसी का फोन आया, तो वो कपड़े पहन कर चला गया. उसके जाते ही नताशा बाथरूम में चली गई और उधर नहा कर उसने अपनी वर्दी पहन ली.

जब वो रूम के बाहर निकली, तो उसने मुझे देखा. नताशा मुझे देख कर चौंक गई और बोली- कोमल तू यहां?
मैं बोली- क्यों बहुत रौब झाड़ती थी ना … तूने मुझसे लड़ाई की थी … उस वक्त भी मैं तुझसे बोली थी कि तुझे छोडूँगी नहीं … मैंने सब देख लिया कि गौरव चौधरी तुझे कैसे रगड़ा है. मैंने उसे सीसी टीवी वाली बात बताई और बोली- देख … मुझे सब मालूम है कि कैसे गौरव चौधरी तुझे चोद रहा था. नताशा मेरे पैर पकड़ कर बोली- कोमल जी … प्लीज़ मुझे माफ कर दो, ये बात आप किसी से मत कहना, आप जो बोलोगी … मैं करूंगी.

मैं बोली- ठीक है … मैं तुझे माफ़ भी कर सकती हूँ … और तुझे किसी बड़ी पोस्ट पर भी सैट करवा सकती हूँ. लेकिन तू मेरा कहना माने तो!
नताशा बोली- क्या काम! मैं बोली- मुकेश जी को जानती है … जो डीएसपी हैं. बस तू उन्हें खुश कर दे. वो तुझे ऊंची पोस्ट पर सैट करवा सकते हैं और इस बात के लिए गौरव चौधरी उनसे तेरी सिफारिश भी कर देगा.

यह सुन कर नताशा पहले तो गुस्सा हो गई और बोली कि मैं कोई ऐसी वैसी रंडी नहीं हूँ … पुलिस वाली हूँ. मैं बोली- अरे वो मुकेश जी भी डीएसपी हैं. वैसे भी तू गौरव चौधरी के साथ चुद चुकी है … अब क्या शर्माना. तुम हां कर दोगी तो तुम्हारा ही काम बन जाएगा. नताशा बोली- तुम मुझसे बदला ले रही हो या मेरी मदद कर रही हो?
मैंने कहा- तेरी मदद इसलिए कर रही हूँ कि तू मेरे धंधे में सरदर्द न बने बल्कि मेरी मदद करे. नताशा ये सुनकर मेरी बात मान गई.
मैंने मुकेश जी को फोन किया- हैलो डीएसपी मुकेश जी से बात हो रही है? मुकेश- हां जी … कोमल जी बोलिये. मेरे से कुछ काम था या कुछ नयी माल सैट की है?
मैं- डीएसपी साहब माल ही के लिए फोन किया है … बड़ी हॉट है … कितना दोगे?

मुकेश- आप आधे घंटे में उसे उसी वाले होटल में पहुंचा दो … फिर देखता हूं. उनका ये कहना था कि मैं समझ गई कि कौन से होटल के लिए कह रहे हैं. मैंने फोन रख दिया और नताशा से बोली- चल होटल चलते हैं. हम लोग जब तक होटल पहुंचे, तब तक मुकेश जी होटल पहुंच चुके थे. मैंने होटल में आकर मुकेश जी को कॉल किया- डीएसपी साहब किस रूम में आना है?
मुकेश- अपना वही 308 नम्बर है.

फिर मैं उस रूम में गई. मुकेश जी सिर्फ अंडरवियर में बैठे सिगरेट फूंक रहे थे … सामने व्हिस्की की बोतल और गिलास बना रखा था. वो नताशा को देख कर चौंक गए- अरे कोमल जी … ये नताशा यहां क्या कर रही है?
मैं बोली- अरे मुकेश जी यह तो आपके विभाग का ही माल है.
मुकेश जी बोले- ये क्या मज़ाक है?
मैं बोली- ये मज़ाक नहीं है. आज आपकी ही पुलिस वाली आपके नीचे होगी. ये आज आपसे चुदवाएगी. मुकेश ने नताशा की तरफ देखा, तो नताशा बोली- जी सर मैं रेडी हूँ.
मुकेश- ओके ठीक है … मुझे भूख मिटानी है … चल आ जा.

मैंने नताशा को छोड़ दिया और मुकेश ने खींच कर नताशा को अपनी गोद में ले लिया. साथ ही मुकेश ने मुझे इशारा किया. मैं उनका इशारा समझ गई और टेबल पर रखे पर्स से बीस हजार रूपए निकाल कर मुकेश जी को दिखाते हुए कमरे से जाने का पूछा.

मुकेश ने आंख दबा कर हां कर दिया और मैं पैसे लेकर बाहर चली गई. अलीज़ा और मुकेश जी उस कमरे में लगभग चार घंटे रुके और उन दोनों की मस्त चुदाई लीला चली. एक पुलिस वाली, रंडी के जैसे चुद गई और अब नताशा का प्रमोशन भी हो गया. नताशा की अब एएसआई के पद पर पोस्टिंग हो गई है … लेकिन नताशा अब लंड के बिना नहीं रह पाती है. अब तो लंड की भूख होने पर नताशा सीनियर जूनियर भी नहीं देखती है, उसे जो भा जाता है, उसी से चुदवा लेती है. उसने कई बार तो थाणे में बंद अपराधियों के लंड से भी अपनी चूत की खुजली मिटाई है.

दोस्तो, आपको मेरी ये सेक्स कहानी कैसी लगी … मुझे कमेंट करके जरूर बताएं.

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