मेरा पति नशे की हालत में सोता रहा और उसका दोस्त मुझे उसी के सामने रंडी की तरह चोदता रहा

दारू पार्टी के बाद पति के दोस्त ने अपने 8 इंच के लंड के हरेक झटके पर मेरी चीखे निकाल दी. मेरा पति दारू के नशे में सोया था और मैं रंडी की तरह उछल उछल के उसके सामने ही चुद रही थी.

ये कहानी कल रात की ही है और आज मैं आपको अपनी कहानी सुनाने जा रही हूँ।

हैलो दोस्तो, मेरा नाम सविता है मैं अभी 33 साल की खूबसूरत औरत हूँ। बहुत ही ज्यादा हॉट और सेक्सी दिखती हूँ। 

मैं अपने फिगर पर बहुत ध्यान देती हूँ इसलिए मर्दों की पसंद हूँ जिधर भी जाती हूँ मर्द हो लड़का हो या बूढ़ा मुझे घूरकर जरूर देखता है और मुझे उन सभी का घूरना बहुत अच्छा लगता है। 

मैं रोजाना जिम जाती हूँ और सप्ताह में एक बार ब्यूटी पार्लर भी.

मैं अपने खान पान का भी विशेष ध्यान रखती हूँ चाहे मेरे पति को रोटी मिले या नहीं पर मैं कभी भूखी नहीं रहती मैं खुद को प्यार करती हूँ। 

मैं 34 साइज की ब्रा पहनती हूँ मेरी कमर पतली है पर जांघें मेरी मोटी है और मेरे चूतड़ का उभार बाहर की तरफ है इसलिए मैं सेक्सी दिखती हूँ। मेरे नैन नक्श बहुत ही हॉट और कातिल है मैं गोरी हूँ और मेरे होठ गुलाबी है।

मेरी शादी लव मैरेज हुई थी और मैंने गलत चुनाव कर लिया। मैं फंस गई जवानी के जोश में और शादी कर ली. पर जब दुनिया देखि तो पता चला मुझे जैसी सुन्दर और सेक्सी गोरी औरत को कोई अच्छा लड़का मिलता पर मेरे से गलती हो गई। 

मेरा पति देखने में सुन्दर नहीं है काला है और मेरे से भी छोटे कद का है और जैसे जैसे उम्र बढ़ रही है वो बूढ़ा हो रहा है और मैं गोरी चिट्टी और भी सेक्सी हो रही हूँ। 

मेरा बदन भर रहा है मेरी चूचियों का उभार और भी बढ़ रहा है. मेरी गांड हॉट लग रही है और मेरा पति दिनों दिन बेकार हो रहा है। तो मैं अब दूसरे मर्द के तरफ आकर्षित हो रही हूँ।

मेरे पति के दोस्त हैं गौरव जी बहुत ही अच्छे इंसान है और सच पूछिए तो नई नई दोस्ती हुई है मेरे अपार्टमेंट में। वो बहुत ही हॉट सेक्सी और पैसे वाले हैं। और मेरे पति की आमदनी उतनी नहीं है तो उनका लाइफ स्टाइल मुझे बहुत पसंद है। 

उनके यहाँ उनके दो बच्चे है पर बाहर हॉस्टल में रहते हैं वाइफ है जो मेरी बहुत अच्छी दोस्त बन गई है इसका कारण यह है की मुझे उनका पति बहुत पसंद है। पर आजकल उनकी पत्नी यहाँ नहीं है वो अपने मायके गई है। तो घर में गौरव जी हैं। 

कल सुबह ही गौरव जी का फ़ोन मेरे पति के पास आया और बोले की आज शाम को पार्टी करते हैं आप और भाभी दोनों आना। मेरे पति ने बात मेरे ऊपर टाल दिया की सविता से ही पूछ लीजिये तो मैंने कह दिया मुझे कोई दिक्कत नहीं पार्टी रख सकते हैं।

शाम के करीब सात बजे हम दोनों पति पत्नी उनके यहाँ चले गए। शाम को उनके यहाँ पहुंचे तो खाना उन्होंने आर्डर किया और दो दोनों व्हिस्की लाने चले गए तब तक मैं उनके सोफे पर बैठ कर अपने मोबाइल को खोलकर एक मस्त सेक्स कहानी पढ़ रही थी। 

जब तक वह दोनों आए तब तक मैं एक बहुत ही हॉट सेक्स कहानी पढ़ चुकी थी। वह दोनों आए और पेग बनना शुरू हो गया, हम तीनों ही चिकन के साथ शराब पीने लगे। 

धीरे-धीरे रात बढ़ने लगी और हम तीनों ही नशे में आने लगे। लगता दो प्लेट चिकन तंदूरी और रुमाली रोटी के साथ-साथ शराब की बोतल है खत्म होने लगी। रात के करीब एक बज चुके थे पीते पीते।

गौरव जी की मन में शायद पहले से ही कुछ प्लान था मेरे पति को उन्होंने जबरदस्ती शराब कुछ ज्यादा ही पिला दिए थे। जितने कैपेसिटी नहीं थी उनसे ज्यादा पी चुके थे ऐसे हम दोनों भी काफी शराब पी चुके थे। पर मेरे पति से रहा नहीं गया और वह वहीं पर लेट गया ऐसा लग रहा था कि बेहोश हो गया है। 

गौरव जी के यहां ही बेडरूम में उनको लिटा दिए जाकर। वापस सोफे पर हम दोनों बैठ गए गौरव जी फिर से मेरे लिए पेग बनाने लगे। मैं मना की पर वो जबर्दश्ती एक पेग अपने लिए और एक मेरे लिया बना लिए थे। 

जब से मेरे पति अंदर कमरे में गए तब से उनका मेरे ऊपर देखने का नजरिया बदल गया था वो मेरी चूचियों के तरफ ज्यादा देख रहे थे और मेरे होठ को देख रहे थे उनके मन में वासना की आग मैं देख रही थी। 

उन्होंने कहा आप बहुत हॉट और सुन्दर हैं काश मेरी बीवी भी ऐसी होती। 

तो मैं बोली वो भी तो बहुत हॉट हैं। तो बोले आपके इतना नहीं है ऐसे भी उनका ढीला हो गया है। 

मैं बोली क्या ढीला हो गया जब की मैं समझ रही थी वो किस ढीला की बात कर रहे हैं। मैं भी बहकी बहकी बातें करने लगी क्यों की मैं खुद ही कामुक हो गई थी और एक दम से हम दोनों एक दूसरे के करीब आ गए। 

वो मुझे चूमने लगे और मेरी चूचियां दबाने लगे। मैं भी नशे में थी इसलिए कामुक ज्यादा हो गई थी। रहा नहीं गया और मैं भी उनके बाहों में आ गई और पूरी तरह से उनको सौंप दी खुद को। 

उन्होंने मुझे दूसरे बैडरूम में जाने को कहाँ मैं खड़ी हो गई और दूसरे बैडरूम में जाने लगी पर इस से पहले मैं अपने पति के कमरे में गई देखने. मेरा पति लम्बी लम्बी साँसे लिए जा रहा था और सो रहा था। वैसे भी जब मेरा पति जब शराब पी ले तो जल्दी नहीं उठता.

मैं गौरव जी के साथ बैडरूम में गई उन्होंने अपने कपडे उतारे मैंने अपने कपडे उतारे दोनों नंगे लगे हो गए थे. उन्होंने मेरे लम्बे बाल को खोल दिया उन्होंने मुझे नंगी देखकर एक ही बात बोले आप हूर की परी हो सविता और मेरे में लिपट गए धीरे धीरे मैं लेट गई वो मेरे ऊपर चढ़ गए. 

पहले उन्होंने जमकर मेरे होठ को चूसा फिर गाल को फिर गर्दन और कंधे को उसके बाद मेरी चूचियों को दबोचना शुरू किया.

मेरे मुँह से आआअह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्हह्हह उफ्फ्फफ्फ्फ़ की आवाज निकल रही थी। 

मैं अंगड़ाइयां लेने लगी मेरी चूत गीली होने लगी मेरे आँख लाल होने लगे मेरी चूचियां टाइट होने लगी निप्पल खड़ा हो गया था मेरे होठ गुलाबी हो गए थे। 

ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह मैं तो पागल हो गई जैसे ही उन्होंने मेरे चूत पर अपना जीभ रहा। ओह्ह्ह्हह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ आउच की आवाज निकालने लगी क्यों की मेरे से बर्दास्त नहीं हो रहा था मेरे तन बदन में आग लग गई थी। 

उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ उफ्फफ्फ्फ़ की आवाज निकालने लगी उन्होंने मेरे दोनों टांगो को अलग अलग किया और अपना आठ इंच का मोटा लंड निकाल का चूत में डालने की कोशिश में थे की मैंने उनको इशारे में कहा की मेरे मुँह में डालो। 

वो तुरंत ही ऊपर आ गए और मेरे मुँह में लंड डाल दिए मैं उनके लंड को चूसने लगी. 

मैं इतनी सिद्दत से उनके लंड को चूस रही थी मानो कोई मनपसंद आइसक्रीम खा रही हो। तभी वो मेरी चूचियों को मसलने लगे और मेरे होठ को चूमते हुए अपना जीभ निकाल कर मेरे मुँह में डाल दिए। 

अब मैं और भी ज्यादा गरम हो गई अब मुझे उनका लंड चूत में चाहिए था। मैंने इशारा किया और उन्होंने तुरंत ही मेरे दोनों टांगो को अलग अलग किया मेरी चूत के छेद पर अपना लंड सेट किया और जोर से पेल दिया ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह क्या बताऊँ दोस्तों जैसे ही उनका आठ इंच का लंड मेरी चूत में गई मैं पागल हो गई.

मैं गांड गोल गोल घुमा घुमा कर उनके मोटे लंड को अंदर ले रही थी। और निचे से धक्के दे रही थी। 

वो जोर जोर से धक्के देते और मेरी चीख निकल जाती। 

इतना मोटा लंड मेरे पति का नहीं है इसलिए पहली बार मोटे लंड से पाला पड़ा था मेरी चूत में पहली बार इतना मोटा लंड जा रहा था।

मुझे ये सब अच्छ लग रहा था मैं कभी ऊपर कभी वो मेरे ऊपर. कभी डौगी बना कर ऊपर से निचे से आगे से पीछे से खड़ा होकर लिटा कर सुला कर उन्होंने मुझे दो घंटे तक चोदा। 

फिर हम दोनों शांत हुए क्या बताऊँ दोस्तों मैं पहली बार संतुष्ट हुई थी। 

हम दोनों करीब एक घंटे तक नंगे ही लेते रहे बात चीत करते रहे करीब सुबह के चार बज चुके थे। मुझे अपने घर भी जाना था उसी बिल्डिंग में। पर उन्होंने मुझे नहीं जाने दिया और फिर से मेरी चुदाई की करीब तीस मिनट तक और फिर मैं कपडे पहनी और अपने फ्लैट में चली गई क्योंकी मेरा पति नौ बजे आया और बेल्ल बजाया तब तक मैं सो रही थी। अपने पति के आने पे मैं बरस पड़ी की जब बर्दास्त नहीं होता है तो इतना क्यों पीते हो। 

जब तुम लुढ़क गए तभी मैं जल्दी जल्दी अपने फ्लैट पर आ गई मुझे अच्छा नहीं लगता है ये सब हरकत मैं एक सभ्य सुशील औरत हूँ भले मैं आपके साथ शराब पी लेती हूँ पर मुझे अपनी मर्यादा का पता है। 

इतना कहते ही मेरा पति मुझसे माफ़ी मांगते हुए अपना कान पकड़ा मैंने कहा ठीक है ऐसी गलती नहीं करना। 

मेरे पति को मुझ पर कोई शक नहीं हुआ और फिर उसके बाद मैंने कई बार गौरव जी से चूत चुदवाई.

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