सुहागरात वाले दिन मेरे पति ने ज़बरदस्ती मुझे अपने दोस्तो से चुदवाया और मेरा पति वही सामने बैठ कर दारु पी रहा था और मेरी इज़्ज़त लुटते देख ज़ोर ज़ोर से हस रहा था

हैलो दोस्तो, मैं मनीषा कुमारी भोपाल की रहने वाली हूँ। मेरे पापा बर्फ बनाने की फैक्टरी में काम करते है। जब मेरे दोनों भाइयों और बड़ी दीदियों की शादी हो गयी तो पापा बोले “बेटी ! अब तो शादी कर लो! कबतक कुवारी बैठी रहोगी। जवान लड़की माँ बाप के कंधे का बोझ होती है” पापा बोले और शादी करने के लिए दबाव बनाने लगे। 

दोस्तों, मैं अपने घर वालों को अपने बॉयफ्रेंड मिहीर के बारे में भी न बता पायी जिसने मुझे रात रात भर चोदा था। रोहित दूसरी जात का था और मेरे पापा बहुत ही पुराने विचारों वाले इंसान है इसलिए मैंने उनको अपने बॉयफ्रेंड मिहीर के बारे में बताना सही नही समझा। 

कुछ दिनों बाद पापा को एक अच्छा रिश्ता मेरे लिए मिल गया। लड़के वाले मुझे जल्द ही देखने के लिए भोपाल आने वाले थे।

मम्मी बोली “बेटी ब्यूटी पार्लर जाकर अच्छी तरह से मेक अप करवा ले” मैंने पार्लर जाकर मसाज, फेसिअल और वैक्सिंग करवा ली। 

जब मैं वहां से लौटी तो मेरी सारी सहेलियां मेरी बड़ी तारीफ़ कर रही थी। “देख लेना मनीषा!! आज तो लड़का तुझे पहली बार में पसंद कर लेगा” मेरी सभी सहेलियां बोल रही थी। 

कुछ देर बाद लड़का आया। उसका नाम विनीत था। वो देखने में बहुत हैंडसम था। विनीत देखने में बिलकुल हीरो लगता था। उसे देखते ही मैं उसे अपना दिल दे बैठी। उसके साथ में उसके 2 दोस्त असलम और ज़ुबैर भी आये थे। वो दोनों सगे भाई थे। विनीत ने मुझे बताया की असलम और जुबैर उसके बचपन के साथी है इसलिए वो उसको साथ ले आया। पर दोस्तों मुझे वो कुछ ठीक नही लगे। 

जब मैं विनीत के सामने बैठी थी असलम ज़ुबैर मेरे मम्मो की तरह ही देख रहे थे। मैंने एक सिंपल सलवार कमीज पहना हुआ था। कसे सूट में मेरे सुडौल और बेहद ठोस दूध उनको साफ़ साफ़ हल्के दुपट्टे के अंदर से दिख रहे थे। मुझे उनकी नजरें कुछ ठीक नही लग रही थी।

“बेटी मनीषा!! पढाई के साथ साथ तुमको क्या आता है??’ विनीत की माँ जी ने पूछा

“माँ जी ! मुझे सिलाई, कढ़ाई, पेंटिंग, और खाना पकाना अच्छे से आता है! खाली वक़्त मैं किताबे पढ़ती हूँ और गाने का शौक भी है!” मैंने कहा

दोस्तों, कुछ ही देर में शादी पक्की हो गयी। विनीत के पापा भी बहुत मिलनसार आदमी थी। बोले की मुझे लड़की पसंद है और जल्द से जल्द वो शादी करना चाहते है। मैंने विनीत को एक सेकेंड के लिए बाहर बुलाया।

“बोलिए मनीषा जी , क्या बात है??’ विनीत हँसते हुए बोला। वो सच में बहुत हैंडसम था और मेरे सपनों का राजकुमार था।

“देखिये जी!! आपके ये दोस्त असलम ज़ुबैर मुझे कुछ ठीक नही लग रहे है! मेरे बड़े बड़े को दूध को ये लोग बार बार गन्दी नजर से देख रहे है। इनका नेचर मुझे कुछ ठीक नही लग रहा!” मैंने कहा

“अरे मनीषा जी !! ये दोनों भाई मेरे बचपन के दोस्त है। मैं इनको तबसे जानता हूँ जब मैं खुद को भी नही जानता था। आप बेकार इन पर शक कर रही है!” विनीत बोला

दोस्तों, मैंने सोचा की शायद मुझे ही गलतफहमी हो गयी हो। शायद मुझे ही शक हो गया हो और इस तरह की कोई बात ना हो। 

1 महीने बाद का मेरी शादी का मुहूर्त निकल गया। शादी के वक़्त भी मेरे पति के दोस्त असलम ज़ुबैर मुझे ना जाने क्यों सर से पांव तक घूर घूर के देख रहे थे। जैसे मुझे मौका मिलते ही खा जाएँगे। 

मैं थोडा डरी हुई थी, पर मेरे प्यारे पति विनीत मेरे साथ थे इसलिए मुझे किसी तरह का डर नही था। 

शादी के बाद मेरे पति मुझे सीधा इंदौर ले आये। वो यही पर एक फैक्टरी में इंजीनियर थे। प्राइवेट कम्पनी में तो वैसे ही कम छुट्टी मिलती है। इसलिए शादी के बाद मैं सीधा इंदौर अपने पति के पास रहने आ गयी। यहाँ पर उन्होंने एक बड़ा ही खूबसूरत 2 बीएचके फ्लैट ले रखा था। बहुत सुंदर फ्लैट था। 

आज रात को ही मेरी सुहागरात होने वाली थी। इसलिए मैंने सारे घर को अच्छे से सजा लिया था। मेरे पतिदेव विनीत काम पर गये थे। शाम को वो आये तो उसके हाथ में मेरे लिए ढेर सारे तोहफे थे।

मेरे लिए वो एक बड़ा सा बुके लाये थे जिसमे तरह तरह के विदेशी फूल थे। इसके साथ विनीत मेरे लिए तरह तरह की मिठाइयाँ भी लेकर आये।

“जान इसे जरा पहन कर देखो!!” विनीत बोले

मैंने देखा तो वो 4 लेस वाली पेंटी का सेट था। मैं उसे देखकर शरमा गयी। मेरा चेहरा लाल हो गया। 

हमदोनो ने डिनर कर लिया और बिस्तर पर आ गये। मैंने अपन शादी का लहंगा निकाल दिया और विनीत की लाई हुई पेंटी पहन ली।

“ओह गॉड….इसमें तुम कितने सेक्सी लग रही हो। यू आर लुकिंग रियली ब्यूटीफुल!! विनीत बोले। मैं बहुत खुश थी की मेरा पति बहुत हैंडसम और हीरो जैसा था। वो मुझे बहुत प्यार करता था। 

मैं विनीत के पास बिस्तर में चली गयी और हम दोनों एक दुसरे से हॉट किस करने लगी। तभी किसी ने हमारे फ्लैट की बेल बजाई। मैं सोचने लगी की रात के 10 बजे है। इस समय कौन होगा। विनीत से दरवाजा खोला तो उनके असलाम और ज़ुबैर थे। दोनों अंदर आ गये।

“क्या भाई !! सुहागरात की तैयारी चल रही है! अच्छा है ! अच्छा है वैसे माल तो तो बड़ा झक्कास लाया है!! इसे चोदने में बड़ा मजा आएगा!!” असलम बोला। मैं अंदर बेडरूम में थी। 

मैंने अपने लिए ‘चोदना’ शब्द सुना तो मुझे बहुत बुरा लगा। मेरा खून खौल गया। मेरा पति विनीत उन दोनों से बाहर लॉबी में खड़ा होकर बात कर रहा था।

“पहले वाली को भी तो तूने इसी फ्लैट में रगड़ रगड़ के चोदा था। सही है भाई सही है !! तू तो दूसरी सुहागरात मानने जा रहा है और हमे पहली ही नही नसीब हो रही” असलम का भाई ज़ुबैर बोला। 

वो बार बार अपने होठ पर जीभ फेर था जैसे मुझे चोदना चाहता था। मेरे पति लॉबी में बैठकर उन कमीनो असलम और ज़ुबैर के साथ शराब पीने लगे और मुझे पूरी तरह से भूल गये। तीनो को काफी चढ़ गयी।

“हाँ भाई !! ज़ुबैर तूने बिलकुल सही कहा। देखो विनीत कितना किस्मत वाला है  की दूसरी बार सुहागरात मनाने जा रहा है। हमे तो पता ही नही की कैसे क्या करते है!” जुबैर बोला शराब का गिलास हाथ में लेकर.

मेरे पति विनीत को बहुत चढ़ गयी थी। 

“…तो फिर आज जान लो! चलो !! आज तुम दोनों को मैं सबसे बड़ा तोफहा देता हूँ!..मेरी सुहागरात पर तुम दोनों मेरे सामने मेरी बीबी को चोदो!!” मेरा पति विनीत बोला

दोस्तों, ये सुनकर तो मेरा दिमाग ही खराब हो गया। 

मैंने अपने कान झनके की कहीं कोई गलतफहमी तो नही हो गयी। पर मैं बिलकुल सही थी। मेरे पति विनीत से मुझे आवाज दी तो जल्दी से मैंने शादी का लहंगा पहन लिया और लॉबी में चली गयी

“कम बेबी कम !!! आओ आज हमारी सुहागरात के मौके पर चिअर्स करते है!!” पति बोले। मुझे जबरदस्ती शराब पिलाने लगे। मना करते करते उन्होंने मुझे 3 ग्लास शराब पिला दी। कुछ ही देर में मैं सुस्त पड़ गयी और अचेत हो गयी। सोफे पर मैं लुढ़क गयी।

“असलम ज़ुबैर!! आज मेरी सुहागरात पर जी भरके मेरी बीबी को तुम दोनों चोद लो!!” विनीत बोला

मैं नशे में जरुर थी पर वहां होने वाली बातें मैं सुन सकती थी। 

असलम ज़ुबैर धीरे धीरे मेरा लहंगा उतारने लगी। फिर उन्होने निकाल दिया। अब मैं सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी जो मेरे पति लेकर आये थे। मुझे होश नही था, पर ये तो लग रहा था की जो मुझे छू रहा था और किस कर रहा था वो विनीत नही था कोई और था। 

असलम ज़ुबैर मेरे नंगे जिस्म से छेड़खानी करने लगे। “वाह भाई विनीत!! तेरी नई बीबी तो बड़ी मस्त माल है! इसके बूब्स तो देखो!” वो दोनों कमीने कहने लगे। और मेरे गोरे गोरे गालों पर चूमने लगे। मुझे होश नहीं था। 

शराब का नशा मुझ पर पूरी तरह से चढ़ चूका था। उसके बाद वो दोनों मेरे पति के सामने ही मेरे होठ पीने लगे। जैसे मैं विनीत की नही उन कमीनो की बीबी हूँ। असलम और ज़ुबैर के हाथ मेरे बड़े बड़े 38 साइज़ के बूब्स पर आ गये।

मैंने अपने बड़े बड़े खूबसूरत स्तनों पर उन दोनों कमीने के हाथ महसूस किये। वो दोनों मेरे बूब्स दबाने लगा। मेरा हरामी पति विनीत हसने लगा और शराब के नशे में झुमने लगा। 

दोस्तों, मुझे जरा भी पता होता की मेरे पति नही बल्कि मेरे पति के गंदी नजरों वाले उसके दोस्त मेरे साथ छेड़छाड़ कर रहे है तो मैं कभी नही करवाती। 

मुझे भी गलत फहमी हो गयी थी। 

शराब के नशे में मैं कुछ समझ नही पा रही थी। असलम ने मेरी चूची को 2 3 बार सहलाया और मेरी ब्रा के हुक खोल दिए। उन दुष्टों ने मेरी ब्रा निकाल दी तो मेरे बड़े बड़े साइज़ के दूध उन कमीनो के सामने आ गये थे।

“विनीत!! यार तेरी बीबी तो बड़ा जोर का माल है !! देखो इसके दूध कितने बड़े है!! भैस के दूध भी इतने बड़े नही होते!!” असलम बोला।

फिर दोनों कमीने मेरी एक एक छाती पीने लगे। मुझसे दोनों कमीने किसी जोंक की तरह चिपक गये। मैं समझी की मेरा पति विनीत ही मेरा साथ प्यार कर रहा है। इसलिए मैं भी उसके सर पर हाथ रखकर अपने बड़े बड़े दूध उन दोनों को पिलाने लगी। 

असलम ज़ुबैर मेरे कोई नही लगते थे, फिर भी मेरी सुहागरात पर मेरे मस्त मस्त सफ़ेद दुधिया दूध पी रहे थे। जबकि  ये सारे काम आज रात मेरे पति विनीत को करना चाहिए था। 

असलम मेरे दूध पीते पीते मेरे चिकने पेट को सहलाने लगा। उधर ज़ुबैर मेरे मस्त मस्त फूले फूले दूध पीते पीते मेरी पेंटी पर हाथ लागाने लगा। मैं समझी की विनीत ही ये सब कर रहा है।

“पी लीजिये !! जी !! अपनी बीबी के दूध को मस्ती से पी लीजिये!!!” मैंने भी कह दिया

असलम ज़ुबैर समझे की मैं उनसे ही कह रही हूँ। फिर तो वो जोर जोर से अपना मुँह चलाकर मेरे दूध पीने लगे। असलम मेरा पेट छूने लगा और ज़ुबैर मेरी पेंटी को छूने लगा। 

फिर वो मेरी चूत को सहलाने लगा। दोनों मेरे मस्त मस्त बड़ी फ़ुटबॉल जैसे दूध से छेद छाड़ कर रहे थे। 

एक तो दोनों कमीने मेरे मम्मे पी रहे थे उपर से दबा भी रहे थे। मेरे बूब्स के बीच मेरे क्लीवेज में अपना मुँह घुसा रहे थे। फिर उन कमीनो ने मेरी पेंटी निकाल दी। असलम मेरी चूत पीने लगा

“पी लीजिये जी!! अच्छे से मेरी चूत पी लीजिये!! जिस दिन आपको मैंने पहली बार देखा था उसी दिन से मेरी चूत आपसे चुदवाना चाहती है!!” मैंने कहा। 

दोस्तों, मैं शराब के नशे में थी। असलम ज़ुबैर तो मुझे 4 दिख रहे थे। असलम इस वक़्त मेरी लाल चूत पी रहा था। दोस्तों, मैं कुवारी नही थी क्यूंकि मेरे पुराने बॉयफ्रेंड ने मुझे कई बार चोदा था। पर उसके बावजूद भी मेरी चूत बहुत कसी थी। अली ने मेरी चूत अच्छे से पी ली.

“आजा भाई!! भाभी की बुर तू भी पी ले!!” असलम ज़ुबैर से बोला। 

अब ज़ुबैर आकर मेरी चूत पर लेट गया और जीभ ने मेरी चूत पीने लगा। दोनों बड़े देर तक बदल बदलकर मेरी बुर पीते रहे। फिर दोनों ने अपने अपने कपड़े निकाल दिए। क्या बड़े बड़े खीरे जैसे लंड थे दोनों के। 

असलम ने मेरी चूत में लंड डाल दिया और मुझे पेलने लगा। उधर ज़ुबैर मेरे बाजू में आकर खड़ा हो गया। उसने अपना विशाल आकार का लंड मेरे हाथ में पकड़ा दिया। मुझे लंड फेटने को कहने लगा। उधर असलम मुझे तेज तेज से मेरी लेने लगा। मेरा हरामी पति मुझे चुदते हुए देख रहा रहा और जाम पर जाम पीता जा रहा था। 

वो मुँह खोलकर हा हा करके हंस रहा था। दोस्तों, आज के समय में ऐसा कौन सा मर्द होगा जो अपनी बीबी को सुहागरात पर दूसरों से चुदवाएगा। 

इससे आप समझ सकते है की मेरा पति कितना बड़ा मादरचोद था। अपनी पत्नी, अपनी अर्धांगिनी को सुहागरात पर गैर मर्दों से चुदवा रहा था।

असलम मुझे जोर जोर से चोद रहा था। उसका मोटा लंड मुस्किल से मेरी चूत में जा पा रहा था। मुझे चुदवाने में बहुत मजा मिल रहा था। मैं मोन करने लगी और कमर उठा उठाकर चुदवाने लगी।

“विनीत!! देख ले तेरी औरत कैसे कमर उठाकर चुदवा रही है!!” असलम मेरे पति से बोला। वो साला जाम पर जाम पी रहा था। कुछ देर बाद असलम मेरी चूत में झड़ गया। फिर ज़ुबैर आकर मुझे चोदने लगा। 

दोस्तों, दोनों कमीने मुझे बदल बदलकर चोद रहे थे। मैं तो यही समझ रही थी की मेरा पति मेरे साथ सुहागरात मना रहा है, मुझे क्या पता था की पति के हरामी दोस्त मेरे जिस्म और मेरी चूत का भोग लगा रहे थे। 

मुझे इसके बारे में पता होता तो मैंने कभी उन दोनों से नही चुदवाती। दोनों ने मुझे तरह तरह से उस रात चोदा और सुहागरात मनाई। 

कुछ दिन बाद मैंने अपने पति को पास के एक घर में जाते पकड़ लिया। उस घर से एक जवान औरत निकली। विनीत ने उसे बाहों में भर लिया। उस घर में 2 छोटे छोटे बच्चे भी थे जो विनीत को पापा पापा बोल रहे थे। मेरा तो कलेजा ही कांपने लगा। इसका मतलब मेरा पति पहले से शादी शुदा है।

जैसे ही विनीत पड़ोस के उस घर से लौटा मैंने उससे पूछा की वो औरत और बच्चे कौन है, मुझे साफ साफ बताओ। तो उसने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। मैंने पुलिस में जाने की धमकी दी। विनीत ने मुझे मेरी सुहागरात की तस्वीरें दिखाई। जिसमें दोस्तों, मैं पूरी तरह से नंगी थी और उसके दोस्त असलम ज़ुबैर मुझे तरह तरह से पेल रहे थे।

“जान !!! वो औरत मेरी पहली बीबी है। उसे भी मैं गैर मर्दों से चुदवाता था इसलिए अब वो मेरे पास नही रहती। उसने मुझे छोड़ दिया है। पर अपने बच्चों से मिलने मैं जाता हूँ। 

तुमको पुलिस में जाना है तो जाओ पर ये तस्वीरें देख लो! अगर मैंने ये तस्वीरें पुलिसवालों को दिखा दी तो जेल में मैं नही तुम जाओगी!! तुम एक आवारा बदचलन औरत साबित हो जाओगी!! 

और समाज में कही मुँह दिखाने काबिल नही रह जाओगी !!” 

विनीत बोला। 

उसके बाद भी दोस्तों उसके दोस्त हर रविवार में मेरे घर आते है और मुझे ब्लैकमेल करके चोदते है।

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