हीरोइन बनने चली थी रंडी बन गई

हैलो दोस्तो, मेरा नाम मीनाक्षी है, मुझे लाइफ एन्जॉय करना बहुत पसंद है। मैं एक फ़ेमस बालीवुड हीरोइन बनना चाहती हूँ. मैं दिखने में जानवी कपूर जैसी हूँ और उसी की स्टाइल कॉपी करती हूँ।

कभी-कभी घर में तो सिर्फ़ बिकिनी पहने रहती हूँ.. वैसे भी मैं बाहर भी शॉर्टस और टॉप पहने घूमती हूँ। मेरे इस स्टाइल के कारण सभी लौंडे मुझे घूर-घूर कर देखते रहते हैं। मुझे भी अपनी बॉडी एक्सपोज़ करने में मजा आता है।

चलो सेक्स स्टोरी पर आती हूँ।

जैसे कि मैंने बताया कि मुझे हीरोइन बनना है पर मैं बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के किसी भी इंसान को नहीं जानती थी। इसके लिए मैंने एक लड़के को पटाया जो मीडिया से जुड़ा हुआ है और उसके साथ पार्टीज और बाकी फंक्शन में जाना शुरू किया। 

वैसे तो सभी मुझे देखते थे पर कोई बात नहीं करता था। इसलिए मेरे बॉयफ्रेंड ने मुझे कुछ लोगों से इंट्रोड्यूस किया, जिनमें से कुछ डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर्स थे। 

एक दिन ऐसे ही एक पार्टी में एक मध्यम सा आदमी मेरी तारीफ़ करता हुआ बोला- तुम्हारा फिगर काफी अच्छा है.. फिगर का साइज़ क्या है?
मैंने नॉटी सी स्माइल देते हुए कहा- साइज़ 36-28-38 का है।
वो- वाह क्या मस्त फिगर है.. तुम हमारी बॉलीवुड में ट्राय क्यों नहीं करती हो?

मैं- करना तो चाहती हूँ, पर..
वो- पर क्या..! एक काम करो कल मेरे ऑफिस आ जाना.. वहीं स्टूडियो में तुम्हारा ऑडिशन ले लेंगे।
मैं- ओह्ह थैंक यू सर.. थैंक्स अ लॉट.. आय विल कम टुमारो।
वो- यू वेलकम और हाँ मेरा नाम आशीष शर्मा है.. सो कॉल मी आशीष!
मैं- ओके..

फिर उन्होंने मुझे अपना नंबर और ऑफिस का एड्रेस दिया और वो चले गए। दूसरे दिन मैं ऑफिस के एड्रेस पर पहुँच गई, रेसिप्शन पर नाम बोला और थोड़ी देर में एक लड़का आया, वो बोला- मैडम आपको सर ने बुलाया है।

मैं अन्दर गई तो उन्होंने मुझे वेलकम किया और कुर्सी देकर कहा- देखो तुम एक सुंदर चेहरा हो और हमारी फिल्म इंडस्ट्री में तुम्हारी जरूरत है.. पर तुम्हें एक्टिंग भी आनी जरूरी है।
मैं- यस सर..
आशीष सर- तो ऑडिशन रूम में चलें??
मैं- यस सर..
और हम दोनों एक रूम में चले गए।

वहां बहुत लोग थे शायद किसी हीरो के रोल का ऑडिशन चल रहा था.. आशीष सर ने मुझे अपने बाकी टीम से इंट्रो करवाया और एक एक्टर को बुलाकर उसे एक सीन दिया। वो सीन मुझे उस लड़के के साथ करना था।

सीन था कि प्रेमी अपने प्रेमिका को छोड़ कर जा रहा है और प्रेमिका को उसे रोकना है।
सीन शुरू हुआ।
मैं पहले 4 बार चूक गई.. सभी लोग अपसेट हो गए क्योंकि कुछ भी रोमांटिक और मसालेदार नहीं था।

अब आशीष सर ने मुझसे कहा- ये तुम्हारा लास्ट चांस है।
मैंने सोचा इस बार सब भूल जाती हूँ और उसके साथ दमदार शॉट देती हूँ।

आशीष सर सर ने एक्शन बोला…
मैं- रुक जाओ गौरव.. मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ।
गौरव- नहीं अगर तुम मुझसे प्यार करती तो मुझे अपने से दूर नहीं करती।
मैं- मैंने कभी तुम्हें अपने से दूर नहीं किया।
गौरव- तुम झूठ बोल रही हो और अब मैं एक पल के लिए भी नहीं रुकना चाहता।
तभी मैं उस एक्टर को अपने ओर खींच कर किस करने लगती हूं और अपनी शर्ट के बटन खोल के उसके सर को अपने उभार पर दबाने लगती हूँ।

तभी आशीष सर सर कट बोलते हैं और खड़े होकर ताली बजाने लगते है।

आशीष सर- वाह… तुमने तो सीन में गर्मी और जान दोनों डाल दी.. वाह.. चलो मेरे साथ आओ।

मैं बड़ी खुश थी। हम दोनों वापस उनके ऑफिस में आ गए।

आशीष सर मेरे साथ सोफे पे बैठ गए और उन्होंने अपने सेक्रेटरी को बुलाया और कहा- देखो मैं मैडम के साथ डिस्कशन में हूँ.. स्क्रिप्ट और रोल फायनालाइज करना है.. सो डोन्ट डिस्टर्ब अस।
सेक्रेटरी ‘हाँ’ कह कर वहाँ से चला गया।

अब आशीष सर मेरे पास आए और कहा- तुम्हारे एक्टिंग में दम तो है.. पर मेरे पास इस रोल के लिए कई सारी हिरोइनों के फ़ोन आ चुके हैं.. तो तुम इस रोल के लिए और क्या कर सकती हो??
ये कहते हुए आशीष सर मेरे चेहेरे पे से हाथ फेरते हुए मेरे मम्मे पर ले गए।

मैंने झट से उनके होंठों पे किस किया। मेरी इस प्रतिक्रिया से वो एकदम से खुश हो गए और कहा- गुड.. तुम काफी समझदार हो.. तरक्की करोगी।
मैं- थैंक यू सर।
‘ओके कैरी ऑन..’

मैंने अपने कपड़े उतारे तो वो मेरी बॉडी को देख कर एकदम पागल हो गए। अब आशीष सर मेरी बॉडी को किस करते हुए मेरे शरीर से खेलने लगे।

मैंने उनकी पैंट के ऊपर से ही उनके लंड को मसल दिया। 

अगले कुछ पलों में हम दोनों पूरी तरह सेक्स में डूब गए थे। आशीष सर ने भी अपने कपड़े उतार दिए और मुझे लंड चूसने बोला.. मैंने वैसा ही किया।

अब उन्होंने मुझे चोदना शुरू किया.. मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं हुई.. क्योंकि मैं पहले भी कई बार चुद चुकी थी। उन्होंने मेरी चूत में लंड डाला और अन्दर-बाहर करने लगे। मैं भी कामुक सिसकारियां भरने लगी और चुत चुदाई के मजे लेने लगे।

हम दोनों बिल्कुल नंगे एक-दूसरे से लिपटे हुए थे.. वो मुझे चूम रहे थे और साथ में धकापेल चोदे जा रहे थे।
‘आह्ह्ह उम्म्ह… अहह… हय… याह… सर अह्ह्ह लव यू.. आह्ह्ह..’ मैं सिसकारियां भर रही थी और आशीष सर अपने लंड का सारा पानी मेरी चुत के अन्दर छोड़ कर मेरे ही ऊपर निढाल हो गए।

आशीष सर मेरे ऊपर पड़े-पड़े मुझे किस करने लगे। 2 घंटे में उन्होंने मुझे 3 बार चोदा।

इसके बाद हम दोनों ने कपड़े पहन लिए थे। तभी बेल बजी और उनका सेक्रेटरी आकर बोला- मैडम सैट पर पहुँच गई हैं.. शूट शुरू करना है।
आशीष सर- हाँ मैं आता हूँ।
मैंने आशीष सर की ओर देखा तो उसने स्माइल दी और बोला- क्या करूँ तुम्हें देखा तो चोदने का मन हुआ.. इसी लिए ये सब नाटक किया.. सॉरी।

आशीष सर ने मेरे हाथ में 5000 रुपये दिए और सैट पर चला गया।

मेरी चुत की चुदाई की कीमत मुझे अब समझ आ रही थी. कहाँ मैं बॉलीवुड में हीरोइन बनने चली थी और कहा मैं अब एक रंडी की तरह चुद गई सिर्फ़ 5000 रुपए में. रंडी भी चुदने के इस से ज़्यादा पैसे लेती होगी जितना इस भड़वे ने मुझे दिया.

मैंने इसके बाद भी काफ़ी बार बॉलीवुड के लिए ट्राय किया अलग अलग प्रोडूसर और डायरेक्टर से मिली पर सब साले रंडीबाज़ ही होते थे. सबको बस चोदने के लिए फ्री की रंडी ही चाहिए होती थी.

मैंने सोचा चलो एक जगह ना सही किसी और जगह तो मुझे रोल मिल ही जाएगा इस ही आशा में मैं काफ़ी सारे डायरेक्टर और प्रोड्यूसर्स से चुदी पर किसी साले भड़वे माधरचोद ने मुझे काम नहीं दिया. सबने बस मेरा फ़ायदा उठाया और मुझे हीरोइन की जगह रंडी बना दिया.
ये थी मेरी बॉलीवुड सेक्स की कहानी..

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