गन्ने के खेत में मैं रात भर चुदी

हैलो दोस्तो, मैं हूँ आप सभी की प्यारी दोस्त प्रीति और आज मैं हाजिर हूं अपनी चुदाई की नई कहानी लेकर। जैसा कि आप सभी लोग शायद जानते होंगे कि मैं लंड की बहुत ज़्यादा प्यासी हूँ। मेरी बुर की गहराई लगभग छह इंच है, पर मैं नौ इंच तक भी ले सकती हूं। दोस्तों ये बात है मेरे गांव की, जब ज्योति के घर बारात आई थी। सब बारात में मजे ले रहे थे, डांस कर रहे थे, और सब कुछ ठीक चल रहा था। मेरे गांव में एक अमन नाम का लड़का है। उसकी उम्र पच्चीस साल है, वह बहुत सुंदर और एक-दम जवान लड़का है।

मैं उससे कई सालों से बात करती हूं, और कई बार चुद भी चुकी हूं। पर ये गन्ने की खेत वाली चुदाई मुझे बहुत याद आती है। दोस्तों सब बारात में मस्त थे, मैं भी एन्जॉय कर रही थी अपनी दोस्तों के साथ। हम सब बहुत खुश थे। पर अमन मुझे पहले से ही चोदना चाहता था। उसने पहले ही कहा था, “प्रीति मुझसे बारात वाले दिन अपनी चूत को बचा कर रखना।”

रात के लगभग 11 बज रहे थे। सब ने खाना भी खा लिया था। मैं भी खा चुकी थी, और अपने घर जाने वाली थी, पर अमन तो बस मुझे चोदना चाहता था। दोस्तों मैं बहुत हॉट दिखती हूं। मेरी उम्र 19 साल है। उस दिन तो और हॉट दिख रही थी पूरे मैकअप के साथ। मैं क्रॉप टॉप पहन के आई थी जिसमें मेरा पेट दिख रहा था।अमन ने मुझे इशारा करते हुए कहा, “आ जाओ”। मैंने भी मुस्कुरा के इशारे में ही कहा, “ना-ना”। उसने कहा, “आ ना”।

अब मैं जिस तरफ खड़ी थी, वो उस तरफ आने लगा। मैं थोड़ा अंधेरे में जाने लगी, और वो भी मेरे पीछे-पीछे आने लगा। कुछ समय में मैं बाहर आ गई। वह भी आ गया और बोला, “ प्रीति चल ना यार प्लीज, तुझे चोदना है मुझे”।

मैंने कहा, “ अमन तेरा दिमाग खराब है क्या? आज शादी है”। उसने कहा, “तेरी तो नहीं है ना”

मैंने कहा, “मेरी नहीं है तो क्या हुआ? ”अमन अब मेरे पास आने लगा और बोला, “ प्रीति चल ना गन्ने के खेत में”। अब मैं भी नशे में आने लगी, लंड का नशा।

मैं बोली, “ले चल कहा चलना है, ले चल”। वह मुझे अपनी गोदी में उठा कर पास ही के गन्ने के खेत में ले गया। और मैं एक-दम चुप थी। दोस्तों मुझे बहुत गर्मी भी लग रही थी, क्यूंकी मैं नेट में क्रोप टॉप पहनी थी।

मैंने अमन से कहा, “यार मुझे बहुत गर्मी लग रही है”। उसने मुझे किस करते हुए कहा, “प्रीति अभी तेरी गर्मी शांत करता हूं”। मैं अमन के बहुत करीब थी। अमन भी मुझसे एक-दम चिपका हुआ था। दोस्तों अमन धीरे-धीरे मेरी कपड़े उतारने लगा, और मैं चुपचाप लेटी थी। उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए। अब मैं पूरी नंगी थी उसके सामने, पर बहुत अंधेरा था। ना ही वह मेरी बुर को देख पा रहा था, और ना ही मैं उसके लंड को।

पर एक-दूसरे को छू रहे थे।

अब अमन भी नंगा हो गया, और उसका सात इंच का लंड आह दोस्तों जैसे ही मेरी बॉडी में छुआ, मैं एक-दम गर्म हो गई।

मेरी बुर ने भी रस छोड़ना शुरु कर दिया।

मैं बोली, “अमन शुरू कर”। उसने कहा, “हां , प्रीति जरूर”। अब वह मुझे चोदने लगा सामने से दोनो टांगो को फैला कर।

मेरी बुर भी तड़प रही थी। मैंने कहा, “अमन और तेज-तेज चोद यार”। उसने कहा, “हां प्रीति”। अब उसने अपनी स्पीड बढ़ा दी और सटा-सट चोदने लगा।

मैं आह आह आह ऊ ऊ ऊ ओ अमन नहीं अमन फट जायेगी नहीं आ आ ऊ आह आह आह आह आह आह अमन प्लीज नहीं जान ऐसे ही करके चिल्ला रही थी और तड़प रही थी।

पर उसका तो लंड बैठने का नाम ही नहीं ले रहा था, बस चोदे ही जा रहा था। मेरी बुर एक-दम थक गई थी। मैं एक-दम पस्त हो गई थी, पर वह लगातार चोदे जा रहा था ठक ठक ठक। अब मेरी बुर ने पानी फेक दिया था, और वह मेरी बुर का सारा पानी पी गया, और मुझे कहा, “जान बहुत टेस्टी है यार”। मैंने भी कहा चल, “अब तू भी पिला अपना पानी मुझे”। उसने हंसते हुए मेरे मुंह में अपना लौड़ा डाल कर कहा, “रण्डी, ले पी ले, कुतिया, मादरचोद, रण्डी साली बहन की लौड़ी, हरामजादी, ले पी ले सारा माल।

मैं भी मजे से उसका गर्म-गर्म माल पी रही थी और मजे ले रही थी। मैं उसका लौड़ा अपने मुंह में ली थी और वह मेरे मुंह में ही चोद रहा था। इतनी मस्त चुदाई की उसने मेरी मैं आपको क्या बताऊं दोस्तों। मैं जन्नत की सैर कर रही थी।

फिर उसने दूसरा राउंड किया। अब मैं भी रेडी थी। मेरी बुर केवल सात इंच का ही नहीं नौ इंच का भी लौड़ा ले सकती है।

अब उसने फिर से अपने लौड़े से मेरी कोमल बुर में अपना टाइट लंड चाप दिया। मेरी तो आह निकल गई। पर वो तो बस चोदने आया था, और बिना पूरा मजा लिए कैसे जाता। मैं भी चुदवा रही थी। उसके बाद उसने मुझे घोड़ी बना कर चोदा पीछे से सटा सट।

मेरी बुर में उसका लंड आसानी से घुस रहा था, और मैं आसानी से बुर फड़वा रही थी। वह पूरे मन से मुझे चोद रहा था, और मैं भी उसका पूरा साथ दे रही थी। कभी इस पोजीशन कभी उस पोजिशन उलट-पलट के मुझे चोद रहा था। मेरी बुर का भरता बना दिया साले ने। अब मेरी बुर में कोई भी लौड़ा आसानी से घुस जाता है।

दोस्तों जब बुर में लंड घुसता है तो नानी याद आती है। जरा सोचिए जब सुई चुभ जाती है तो हमें कितनी दर्द होती है। पर जब किसी नरम बुर में इतना टाइट लंड 7 इंच का पूरा घुस जाए, तो क्या हाल होता होगा।

खैर दोस्तों मेरी तो लंड लेने की आदत हो चुकी है।

दोस्तों मैं पोर्न स्टार बनना चाहती थी, क्युकी बड़े-बड़े लंड से चुदने का मौका मिलेगा। और मेरी बुर को वह बहुत अच्छे से चाटेंगे और मुझे गैंग में चोदेंगे। कितने लंड होगे मेरे पास। मैं तो लंड की दीवानी हूं, किसी से भी बुर फड़वा लू अपनी मैं।

लंड को मैं बहुत ज़्यादा प्यार करती हूं। क्यूंकी वो ही मेरी बुर का ख्याल रखता है। आखिर अगर लंड ना हो तो मेरी बुर किस काम की?

मैं रात भर अमन से अपनी कोमल बुर फड़वाती रही, और अमन तो जैसे कोई पोर्न स्टार चोद रहा हो। कहता, “ये वाले स्टेप से चोदूं, ये मस्त है?” मैं भी कहती, “हां अमन चोद दे, तेरी जैसी मर्जी”। दोस्तों अमन उस रात भर मेरी बुर के पास रहा। वो कभी उसकी पूजा करता, कभी उसे चाटता। मेरी बुर उसके हवाले थी, वह चाहे जो करता। उस रात अमन ने पूरी रात में तीन राउंड किए मेरे साथ।

अब मैं थक चुकी थी,‌और वह भी थक ही गया था। इसलिए हम लोग अपने-अपने घर आ गए। लेकिन मैं अमन को और उसके लंड को बहुत ज्यादा प्यार करती हूं। और मेरी बुर भी उसके लौड़े को बहुत प्यार करती है। ये बुर और लंड का रिश्ता सबसे बड़ा रिश्ता होता है। इसके बिना मैं तो बेकार हूं। मुझे बस लंड चाहिए टाइट एक-दम जवान।

दोस्तों आपको मेरी रियल स्टोरी कैसी लगी, मुझे मेल करके जरूर बताना।

indiansexystories21@gmail.com

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