मेरे प्यारे दोस्तों आज मैं आपको अपने दोस्त की माँ की चुदाई के बारे में बताने जा रहा हूँ की कैसे मैंने दोस्त की माँ को चोदा. मेरी दोस्त की माँ का नाम जानवी है और वो पिछले 3 सालो से मेरी रखैल है.
दोस्तों जब कोई औरत अपने आप को ज्यादा ही हॉट सुन्दर और मॉडर्न दिखाने की कोशिश करती है तो मेरे जैसा कोई ना कोई हरामी उसकी इस बेवकूफी का फायेदा उठा लेता है और आगे फिर ना वो मोर्डर्न बनती है ना वो नॉर्मल रहती है बस बिस्तर गरम करने वाली राँड बनकर रह जाती है.
जानवी भी एक ऐसी ही महिला है.
पति उसका अमेरिका मे है. बेटा प्रशांत जॉब करता है दिल्ली एनसीआर में और ये मेरा बिस्तर गरम करती है.
मैं आपको सीधे कहानी पे लेके आता हु. पहले मैं आपको अपने बारे में और उसके परिवार के बारे में बता देती हु.
बात 2018 की है मैने नयी नयी जॉब जॉइन की थी और प्रशांत वही एम् बी ए करने गया. जानवी मस्त गोरी और हॉट औरत थी. आगे चूचियां 36 कमर 32 और गांड 40 की जिससे आप अंदाज़ा लगा सकते है की कितना गदराया माल है साली राँड. जानवी को सोशियल होने का बड़ा शोख था.
वो हमेशा अमीर लॅडीस के साथ पार्टी करती. उनके जैसे बर्ताव करती पर अंदर से थी तो साली घरेलू महिला ही.
मेरी नज़र जानवी पे हमेशा से थी बस मौका अभी मिला था क्यूकी उसके घर वो अकेले रहती थी.
जब भी कोई काम होता वो मुझे बुलाती और मेरे साथ ही जाती. धीरे धीरे हम दोनो काफ़ी फ्रॅंक हो गये थे. क्यूंकी कोई कितना भी मोर्डर्न हो जाए अकेलापन तो रहता ही है और मेरे जैसे हरामी लड़के इसी का फायेदा उठाते है. धीरे धीरे अब वो मेरी तरफ आकर्षित होने लगी थी.
बाहर लंच करना हो या शॉपिंग या फिर कही आस आ कपल पार्टी मे जाना हो उसे मेरा साथ चाहिए होता था. उपर से जब उसके साथ वाली उससे मेरे बारे मे कहती और उसकी तारीफ करती की यंग लड़के के साथ घूमती है अंदर से वो और मेरी तरफ आकर्षित होती. अब मैं आप लोगो को सीधे चुदाई के दिन लेके चलता हू.
हुआ यूँ की एक दिन मैं और जानवी चेट कर रहे थे और मैने जानबूझ कर आई लव यू सेंड कर दिया. उसके बाद उसका कोई रिप्लाइ नही आया पर मुझे पता था साली सेट तो हो ही गयी है पर जो हुआ, मुझे उसकी भी उम्मीद नही थी.
15 दिन बाद मेरे फ्लॅट की डोर बेल बजी और मैं क्या देखता हू की जानवी वहा पे खड़ी है. मैने उसे अंदर बुलाया
मैं : सॉरी आंटी.
जानव: तुमने मुझे क्या लिखा चेट पे?
मैं : मैं दुबारा ऐसी ग़लती नही करूँगा.
जानवी: पेर मैं तो चाहती हू तुम हर रोज़ ये ग़लती करो.
और एक कमिनी स्माइल दी साली ने. बस फिर क्या मैने भी साली को दबोच लिया और सीधे उसके रसीले होठों पे टूट पड़ा. वो भी साली मेरा पूरा साथ दे रही थी.
हम दोनो ऐसे एक दूसरे को चूम रहे थे जैसे की कई सालो का ख़ालीपन भरना था.
मुझे ये भी नही पता चला की कब मैने उसकी सारी का पल्लू हटा दिया और उसकी ब्लाउस और ब्रा को फाड़ के अलग किया और कब उसने मेरी टी शर्ट उतारी.
10 मिण्ट की इस चुम्मा चाटी मे बस “आ आहह मा आअहह आई लव यू आहह आह एम्म ह्म ह्म” यही आवाज़ आ रही थी.
जब हम दोनो अलग हुए तो दोनो का फेस पूरा रेड था और दोनो के ऊपर की बॉडी पे कोई कपड़ा नही था. फिर मैं जानवी को बेडरूम में लेके गया और बेड पर पटक दिया.
अब फिर से मैने जानवी के होठो को खाना स्टार्ट किया और एक हाथ से उसके चूचियां दबा रहा था और दूसरा हाथ उसके पेटिकोट के अंदर से उसकी चूत पे ले गया.
जानवी: आहह आहह ह्म एक दम से सहम गयी. कई सालो बाद उसके गुप्तांगो को और चूचियों को जोर जोर से मसला था.
वो पूरी तरह से मेरे आगोस मे थी और एक बिना पानी की मछली के जैसे तडप रही थी.
अब मैने उसकी साडी और पेटिकोट को निकाल के फेक दिया और अब दोनो ही नंगे थे.
उसके शरीर पे बस एक मंगलसूत्रा था जो दोनो चूचियां के बीच मे था और जो उसके रंडी कॅरक्टरलेस होने का सबूत था. मैने अब उसकी चूत मे अपनी दो उंगली डाल दी.
जानवी: आअहह हाईईइ आअहह धीरे आहह.
जानवी को ये ज़रा भी अनुमान नही था की मेरी दो उंगली उसे इतना गरम कर देंगी. अब उसे पूर्ण आनंद की प्राप्ति हो रही थी.
उसके फेस के भाव ही उसे इतना कामुक बना रहे थे. जानवी: आअहह आअहह हााईइ.
उसकी तडप और अंगड़ाई मुझे भी गरम कर रही थी. पर अभी तो ये आज के दिन की शुरुआत है.
अब मैने अपना मोबाइल निकाला और रिकॉर्डिंग शुरू कर दी.
जानवी: ये क्या आअहह बंद करो पल्लज़्ज़्ज़. जानवी बस बोल ही सकती थी क्यूकी अब भी मेरी दो उंगली उसकी गरम चूत मे ही थी. मैने मोबाइल को अच्छे से लगाया ताकि मेरी छीनाल जानवी आंटी उसके फोकस मे रहे. अब मैने दो की जगह पे तीन उँगली डाली.
जानवी: आआईयईई आह्ह अह्ह आँह आआईइ.
जानवी अपने दर्द को बर्दस्त कर रही थी पर अब वो छटपटा गयी थी और इस तरह का अनुभव उसे पहली बार हुआ था.
उसे पता था की उसका वीडियो बन रहा है पर उसके अंदर भारी वासना इतनी हावी थी की अब उसे किसी से कोई मतलब नहीं रह गया था.
जानवी: आअहह आहह आअहह ह्म ह्म माहह आअहह आहह आअहह. पूरे शबाब पर थी उसका अपने ऊपर से कंट्रोल हट गया था. तभी उसके बेटे प्रशांत का मुझे कॉल आया. मैने कॉल स्पीकर पे किया.
प्रशांत: कैसा है भोसड़ी के
मैं: बस मस्त तेरी मा को ही चोद रहा हु
प्रशांत: अबे साले सही सही बता कहा माल मार रहा है?
मैने फिंगरिंग की स्पीड तेज़ करदी क्यूकी जानवी भी और हॉट होने लगी थी.
जानवी: ह्म ह्म म्ह आआहह माआअ
प्रशांत: अबे ये कोन है भाई. बजा रहा है क्या किसी को
मैं: हाँ बे है एक आंटी उसे ही बज़ा रहा हू.
प्रशांत: शादीशुदा रंडी होगी साली भाई लगा रह.
जानवी: जल्दी चोद मुझे कुत्ते, मेरी चूत गरम हो गई है. डाल जल्दी अपना लंड मेरी चूत में.
प्रशांत: चल भाई तू लगा रह मैं बाद मे बात करता हू ठोक साली छिनार राँड को और एक पिक मुझे भेज़ दियो साली छीनाल की.
मैं : ठीक है, चुदाई के बाद तुम्हे भी भेज दूंगा.
जानवी को अब मैने अपने लंड को चूसने को कहा.
वो अब मेरी गुलाम की तरह मेरा लौड़ा चूस रही थी और मैं उसकी पिक्स ले रहा था.
थोड़ी देर बाद मैने जानवी की गांड के नीचे तकिया रखा और उसकी दोनो टाँगे अपने शोल्डर्स पे रख लिया और फिर लंड को चूत पे लगाया और प्यार से दमदार धक्का लगाया.
जानवी: आआईयइ आआईइ माआ उउउइइ ईईईईईई माआ धीरे धीरे प्लीज़.
जानवी की सिसकारियाँ मुझे गरम कर रहे थे और अब वो धीरे धीरे मेरे लंड का स्वाद अपने यौवन के गुफा मे अच्छे से ले रही थी. उसकी आहे मुझे अपनी मेहनत के फल के रूप के दिख रही थी.
जानवी: आअहह हााहह माअहह म्ह आहह आअहह ईईईई ल्ल्ल्लूव्ववी उूउउ आअहह ह्म आअहह आअहह आअहह
उसकी वासना अब पूरे चरम पर थी की तभी मैने अपना लंड उसके यौवन के गुफा से बाहर निकाला.
जानवी: क्या हुआ रुक क्यू गये ?
मैं : घोड़ी बनो.
जानवी तुरंत घोड़ी बन गयी. मैने अब पीछे से उसके बाल पकड़े और इस बार अपने पूरे जानवर को जगाया.
जानवी: आ माआ धीरे उउउइई माआ उूउईईई माआ बससआआहह अहहाअआअहहा अया आहह.
और अचानक हम दोनो ही निढाल होके बेड पे गिर गये.
दोनो ए.सी रूम मे भी पसीने मे तर थे और सासे तेज़ थी.
15 मिनट तक मैं और वो ऐसे ही निढाल पड़े रहे. फिर मैं उसके उपर से हटा और उसके पीछे साइड की पिक लेके उसके बेटे को व्हाट्सएप्प की.
जानवी जब करवट लेके सीधी हुई तो उसका मंगलसूत्रा उसके लेफ्ट चूचियां के निपल के पास था. बिंदी तकिये पे थी और सिंदूर फैला हुआ था. ऐसा लग रहा था की जैसे किसी राँड की बरसो की प्यास बुझी हो.
वो जब उठ के बातरूम जा रही थी उसकी जाँघ से उसका पानी और मेरे वीर्य का मिक्स्ड रस निकल रहा था. जानवी के फेस पे एक ग्लो था.
उसके बाद तो दोस्तों मैं अपने दोस्त की माँ जानवी को तो रखैल बना लिया था जब भी प्रशांत कॉलेज जाता मैं उसके घर जाता, दिन भर उस रंडी माधरचोद को खूब चोदता.
कुछ महीनों के बाद मुझे पता लगा की उस रंडी ने नया यार फ़सा लिया है अपनी चूत की तड़प को मिटाने के लिए.
अब मैं उसे जभी भी चुदाई के लिए बोलता तो वो साली राँड मुझे नखरे दिखाती और चुदवाने से मना कर देती.
मना करे भी क्यों ना रांड नया लंड जो मिल गया था साली चुदक्कड़ माल को.
मैं इस बात से बहुत गुस्सा था और फिर मैं उसे काफ़ी बार बोलने लगा की साली अगर तू अपनी चूत मुझे नहीं देगी तो तेरी वीडियो वायरल कर दूँगा और इस बात से वो बहुत डर गई और मुझसे रोज़ के रोज़ चुदवाने लगी.
जहाँ पहले मैं उसे दिन में 2 बार चोदता था अब साली को मैं पाँच पाँच बार चोदने लगा.
मैंने उसे धमका दिया था की मेरे से रोज चुदना पड़ेगा तुझे और मेरे अलावा अगर किसी और का लंड लिया तो तेरी वीडियो वायरल कर दूँगा.
ऐसे ही मैंने 2 महीने में उस चुद्दो को चोद चोदकर उसकी चूत का भोसड़ा बना दिया था. साली की चूत बिल्कुल फ़ैल गई थी जिससे मुझे अब उस राँड को चोदने में मजा नहीं आता था.
कुछ दिनों के लिए मैं जब शहर से भर गया हुआ था तब मुझे पता लगा की ये साली रांड बहुत बड़े बड़े काले लौड़ो से चुदवाने लगी है. इस बात से मुझे बहुत गुस्सा आया और तभी मैंने उस बहन की लौड़ी को फ़ोन किया बहुत बार पर उसने उठाया नहीं इसलिए मैंने गुस्से में उस चुदाई खानी का वीडियो पूरे मोहल्ले वालो को दिखा दिया और सब उसको गंदी नज़र से देखने लगे. सभी लोग उसे रंडी वैश्या चुदक्कड़ बोलते गंदी गंदी गालियाँ देते.
काफ़ी लड़के तो उसे छेड़ते और बोलते हमसे भी चुदवाले रांड या फिर मोटे लंड से चुदने का इरादा है.
कई लड़को ने तो उसे बीच सड़क पर ही पकड़ कर चोद डाला.
उस चुदक्कड़ का अब घर से निकलना मुश्किल हो गया है.
जब भी साली निकलती है कोई ना कोई उस रंडी को पकड़ कर चोद ही डालता है.