पड़ोस की लड़की को गोवा में चोदकर उसका घमंड उतारा

हेलो फ़्रेंड्स, मेरा नाम अमित है । आज मैं आपको अपनी ज़िंदगी की एक ऐसी सेक्स की कहानी बताऊँगा जिसे याद कर आज भी मेरा लंड बहुत सख़्त और उतेजित हो जाता है.

मेरे लंड का साइज क़रीब 7 इंच लंबा और 3 इंच चौड़ा है.

मेरे घर के पास ही में एक लड़की रहती है जिसका नाम हिमांशी है और वो बिलकुल दूध जैसी गोरी और बहुत सुंदर है.

उसकी चुचिया बहुत बड़ी है, 36 साइज है उसकी चूचियों का और उसकी गाँड़ भी बहुत मोटी थी मुझे तो उसे देख कर यही लगता है कि वो एक रंडी है और कई लोगो ने उसकी गाँड़ भी मारी है.

मैं जिस जिम में जाता हूँ वह उसी जिम में आती है.

वह दिखने मैं बहुत सेक्सी है और कई बार मैं जिम से घर आकर उसकी यादो मैं मुट्ठी भी मार लेता हूँ.काफ़ी बार मैंने उसे से बात करने की कोशिश की पर वो मुझे बिलकुल भी भाव नहीं देती थी लेकिन अब मैंने भी तय कर लिया था कि अब तो मैं इसकी चुदाई करके ही मानूँगा.

एक दिन की बात है जब वह जिम से घर जा ही रही थी तब मैं भी पार्किंग से कार निकाल कर बाहर आ रहा था तो मैंने उस से पूछा मैं छोड़ दु आपको घर तक

उसने बोला अरे कोई नहीं मैं चली जाऊँगी.

मैंने बोला हाँ चले तो जाओगे, लेकिन साथ ही चल लेते तो सही रहता क्यूकी मैं भी घर ही जा रहा हूँ.
हम दोनों का घर काफ़ी आसपास था तो उसने हा कर दिया और वह बेठ गई मेरी गाड़ी में.

बैठने के बाद मैंने उस से काफ़ी सारी बाते करी और सच बताऊ तो दोस्तों मेरी नज़र उसकी चूचियों पे से हट ही नहीं रही थी क्या कमाल के मम्मे थे उसके.
मन तो कर रहा था की कार में ही उसे घोड़ी बनाकर उसकी चूत मार लू.

वो भी अब मुझसे बहुत हंस हंस के बाते कर रही थी.
और फिर वह मुझसे पूछने लगी कि आप क्या काम करते हो?
मैंने हिमांशी को बता दिया की में एक कंपनी में मैनेजर हूँ.
उसने कहा वाह, और क्या क्या शोक है आपके?

मैंने बताया की मुझे घूमने का बहुत शौक़ है पर मेरे ज़्यादा दोस्त है नहीं इसलिए मैं ज़्यादा घूम नहीं पता.
फिर मैंने हिमांशी से पूछा बताओ तुम चलोगी मेरे साथ कभी कभी घूमने.
उसने मुझे बताया की वो ज़्यादा फ्री नहीं रहती लेकिन जब भी मैं फ्री होऊँगी तब मैं आपको बता दूंगी,और फिर ऐसे हम दोनों ने भी अपनी नंबर आपस में एक्सचेंज कर लिए और एक दूसरे से बातें होने लगी.

कुछ दिनों के बाद मैंने हिमांशी को फ़ोन किया और उस से से पूछा की मैं सोच रहा हूँ की गोवा घूमने चलते हैं.
हिमांशी ने मुझे बताया कि वो चल तो लेती पर उसके पास अभी घूमने के लिए पैसे नहीं है इसलिए वो मेरे साथ नहीं जा सकती.
मैंने फिर हिमांशी को बोला अरे यार मैं हूँ ना मेरे होते हुए तुम इसकी टेंशन मत लो, तुम चलो सब मैं देख लूंगा

हिमांशी मेरे साथ गोवा चलने को तैयार हो गई थी.
मैं अब बहुत ज़्यादा एक्साइटेड हो गया था और मैंने फ्लाइट की टिकट और होटल भी बुक कर लिया था.

अगले दिन की हमारी फ्लाइट थी और हम दोनों मिले और 1 घंटे में गोवा पहुँच गये थे.
गोवा पहुँच कर हम होटल चले गये और फिर मैंने ब्रेकफास्ट वगेरा ऑर्डर किया और साथ में बैठकर ब्रेकफास्ट किया और काफ़ी सारी बाते की.

थोड़ी देर रेस्ट करने के बाद हम दोनों ने तैयार होना शुरू किया क्यूकी हम बीच पे जाने वाले थे मैंने टीशर्ट और शॉर्ट्स पहन लिए थे और हिमांशी ने भी ऊपर एक टॉप और नीचे शॉर्ट्स पहने हुए थे.

हिमांशी के टॉप में से उसकी चुचिया बाहर आ रही थी और उसकी चुचिया देख कर तो मेरा लंड ही खड़ा हो गया था.
फिर मैंने काफ़ी कंट्रोल किया और फिर मेरा लंड बैठ गया.

हिमांशी के मम्मे बहुत ज़्यादा बड़े बड़े थे जिस से देख के ऐसा लगता है कि बहुत से लोगो ने इसके मम्मे दबाकर चूसे हो.

फिर हम वहाँ से बीच पर चले गये और हमने वहाँ बहुत मस्ती की, डांस किया, फ़ोटोज़ ली और इसके बाद मैंने हिमांशी को अपनी गोद मैं भी उठाया, उसने मुझे बिलकुल भी माना नहीं किया इस से मुझे भी पता चल गया था कि शायद उसे भी मेरे साथ बहुत अच्छा लग रहा है.

फिर इसके बाद हम दोनों होटल आ गये और हम बहुत थक गये थे तो फिर हमने जल्दी से कपड़े चेंज किए और हम दोनों सो गए.

शाम को जब हम उठे तो हम दोनों शॉपिंग पर चले गए और मैंने हिमांशी को काफ़ी सारी शॉपिंग भी कराई.
उसे जो जो पसंद आया मैंने उसे दिलाया फिर हम कुछ खाने चले आये.

थोड़ी देर बाद फिर हम अब हम होटल में आ गये थे फिर मैंने हिमांशी से काफ़ी सारी बाते करी और मज़ाक़ मज़ाक़ में पूछ लिया तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है?
हिमांशी ने कहा नहीं है.

मैंने हिमांशी से मज़े लेते हुए कहा क्यों नहीं है यार तुम तो इतनी सेक्सी दिखती हो कोई भी पागल हो जाये तुम्हें देख के.
हिमांशी हंसकर बोली अभी तो नहीं है कोई फ़िलहाल, और आपकी है कोई गर्लफ्रेंड ?
मैंने कहा नहीं यार हम कहा इतने लक्की है जो हमारी गर्लफ्रेंड होगी.

उसने भी हंसकर कहा क्यों, इतने तो हैंडसम हो आप और पैसे वाले हो , कोई भी लड़की बड़े आराम से पट जाएगी.
मैंने भी इस समय का फ़ायदा उठाते हुए हिमांशी का हाथ पकड़ लिया और बोला तुम पटोगी मुझसे ?

वह हंसकर बोली क्यों , इतनी अच्छी लगती हूँ मैं आपको ?
मैंने धीरे से हिमांशी के कानो में बोला हाँ, बहुत ज़्यादा.

इसके बाद मैंने हिमांशी से पूछा तुम ड्रिंक करती हो उसने हाँ पर सिर्फ़ बियर ही.
फिर मैंने रूम मैं बीयर मँगवाई और हम दोनों साथ बैठकर पीने लगे.
हिमांशी को बियर काफ़ी चढ़ चुकी थी और मेरा लंड भी खड़ा हो गया था उसके मम्मे को देख कर.

मैंने एकदम से हिमांशी को अपने गोद मैं उठाकर उसे बेड पे पटक दिया और उसने मुझे कुछ भी नहीं बोला मैं समझ गया था कि वह भी मुझसे चुदना चाहती है.
मैंने एक दम से हिमांशी को किस करना शुरू कर दिया ओर वह भी मेरा पूरा साथ देने लगी इसकी बाद मैंने अपने सारे कपड़े निकाले फिर हिमांशी के भी सारे कपड़े उतार दिये और अब वह मेरे सामने पूरी नंगी थी.

उसकी इतनी बड़ी बड़ी चुचिया देख कर तो मैं पागल ही हो गया था.

मैंने उसकी चूचियों को दबाना शुरू कर दिया था और अपनी उँगलियों से उसके निपल्स को मसल भी रहा था.

वह अब बहुत गरम हो चुकी थी और नीचे से वह पूरी गीली हो गई थी.इसके बाद मैंने उसके मम्मे को चूसना शुरू किया और अपनी उँगलियाँ उसकी चूत में डाल कर अंदर बाहर करने लगा.
हिमांशी की तो सिसकारियाँ निकालने लग गई थी और इसके बाद मैंने हिमांशी की चूत चाटी बहुत देर तक और इस बीच कई बार उसकी चूत से पानी निकल गया था.

इसके बाद हिमांशी ने मेरा लंड चूसना शुरू किया, और वो मेरा लंड ऐसे चूस रही थी जैसे मानो की उसने पहले कई सारे लंड चूसे है.

इसके बाद हिमांशी मुझे बोलने लगी प्लीज़ अमित अपना लंड मेरी चूत में डाल दो जल्दी से, मेरे से अब और कंट्रोल नहीं हो रहा मैं तुमसे चुदना चाहती हूँ.

मैंने हिमांशी को बोला बहुत दिनों से मैं तुझे चोदना चाहता था पर आज ही मोका मिला है मुझे, आज मैं तुम्हारी चूत फाड़ के तुम्हारी चूत का सारा पानी निकाल दूँगा.बताओ चुदेगी मुझसे?

हिमांशी ने बोला हाँ अमित, मैं भी तुमसे चुदना चाहती हूँ तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है प्लीज़ मुझे चोद दो जल्दी से.

इसके बाद मैंने अपना लंड हिमांशी की चूत में डाला एक झटके से और उसकी चीखें निकल गई आहहहह आहंहहह

इसके बाद मैंने ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाये और हिमांशी को बहुत चोदा, कभी उसे घोड़ी बनाकर पेला तो कभी कुतिया.
वो मेरे लंड पे उछल उछल कर ख़ुद भी धक्के लगा रही थी और बार बार मुझसे बोल रही थी की बेबी और तेज और तेज,तेज तेज चोदो मेरी चूत को “आहहहहह आहहहहह आहंहहहहह” बहुत मज़ा आ रहा है बेबी बस चोदते रहो मेरी चुत को.

इसके बाद मैंने हिमांशी को कुतिया बनाया और चूतडो पे थप्पड़ मार मार के उनकी गाँड़ लाल कर दी थी और उसे कुतिया बनाकर बहुत देर तक चोदा और अब उसकी चूत का सारा पानी निकल चुका था और वह बार बार मुझे रुकने के लिए बोलती रही पर मैं रुका नहीं और उसको चोदता रहा.

वो रोने लगी ज़ोर ज़ोर से और बोली प्लीज़ अमित बस अब मुझे और मत चोदो प्लीज.
मैंने बोला बहुत दिन से मैं तेरी चूत मारने की फिरात मैं था आज मोका मिला है आज तुझे जी भर के चोदूँगा साली, इतने पैसे लगाये है जो तेरे ऊपर सब आज ही वसूल कर लूँगा मैं तेरी चुदाई करके .

इसके बाद मैंने आधे घंटे तक उसकी लगातार चुदाईं की वो रोती रही चिल्लातीं रही पर मैं रुका नहीं और फिर कुछ देर बाद मैं झड़ने वाला था तो मेरा सारा वीर्य हिमांशी ने अपने मुँह में लेलिया और पी गई.

आज तो दोस्तों, सच में मैं बहुत ख़ुस था क्यूकी मैं हिमांशी को बहुत पहले से चोदना चाहता था जिसका सपना आज मेरा पूरा हुआ तो ऐसे की मैंने पास में रहने वाली सेक्सी लड़की की ज़बरदस्त चुदाई.

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