ये सेक्स कहानी मेरी नई नवेली कमसिन भाभी की है। शायद उन्हें भैया का लंड पसंद नहीं आया या तो वह मुझसे सेक्स करना चाहती थी इस वजह से बात थोड़ा आगे बढ़ गई और फिर मैंने उन्हें एक दिन नंगी करके खूब पटक पटककर चोदा.
मेरे भैया की शादी अप्रैल महीने में हुई थी। शादी के बाद भाभी दिल्ली आ गई. पहले मैं और भैया दिल्ली में रहते थे। भाभी की जब आने की बात तय हो गई कि उनको भी दिल्ली ही रहना है भैया के साथ तो मैं उनके आने के 10 दिन पहले ही आ गया था और अच्छा सा दो कमरे का फ्लैट देख लिया ताकि एक में मैं और दूसरे कमरे में भैया और भाभी का बेडरूम।
मैं अभी पढ़ाई ही कर रहा हूं कोचिंग जाता हूं. भैया मेरे जॉब करते हैं। शादी के बाद भैया के ऊपर काफी ज्यादा जिम्मेदारी हो गई क्योंकि किसी भी लड़के की जब शादी होती है तो जिम्मेदारी बढ़ ही जाती है।
और फिर परिवार के साथ सेटल होना भी एक बहुत बड़ी बात होती है तो मैंने तो भैया से बोल दिया कि अभी मैं पढ़ाई कर रहा हूं लेकिन 6 महीने में पढ़ाई के साथ-साथ जॉब भी करूंगा। तो मैं अपने कोचिंग से दिन के 2 बजे वापस अपने फ्लैट पर आ जाया करता था। भैया तो रात को 9 बजे के करीब ही आते थे।
जब मैं घर आता था तब भाभी के साथ बैठकर में बातचीत करता था क्योंकि भाभी भी काफी अकेला महसूस करने लगी थी जब से वह दिल्ली आई।
कोई भी अपने मां-बाप के घर को छोड़कर आएगा तो थोड़ा सा तो उसको अकेलापन फील तो होगा ही। पर जब मैं वापस आ जाता था कोचिंग से तो भाभी बहुत खुश हो जाती थी।
1 दिन भाभी ने मुझसे अपने दिल की बात बताई। भाभी बोलने लगी आपका भाई कमाने में तो अच्छा है अच्छा नवयुवक है। पर कई चीजों में उनमें बहुत सी कमियां है। वह बहुत जल्दी गुस्सा हो जाते हैं मेरे प्यार को नहीं समझ पाते हैं कहते हैं टेंशन हो गया है।
अभी से इनको जब इतना टेंशन है तो कल का दिन कैसे चलेगा कल बच्चे होंगे बच्चे पढ़ेंगे तो यह सब का खर्चा उठाना जिम्मेदारी उठाना इनको ही पड़ेगा।
तभी मैं भाभी से बोला कि मैं हूँ अभी, मैं भी जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार हूं।
भाभी बोली अगले साल तक आपकी भी शादी हो जाएगी फिर आपको भी अपना घरबार देखना पड़ेगा, जिम्मेदारी तो सबको अपना-अपना ही उठाना पड़ता है। और धीरे-धीरे बातचीत करते करते भाभी बोली कि आपको कैसी लड़की चाहिए।
तो मैंने एकदम से बोल दिया की आपके जैसी अगर मिल जाए तो भगवान का मैं बहुत शुक्रगुजार रहूंगा.
भाभी बोली ऐसा मेरे में क्या है मैंने भाभी को बोला आपने अंदर वो सब कुछ है जो एक लड़के को चाहिए। तो भाभी बोली आप मेरी जैसी लड़की के साथ खुश नहीं रह पाओगे क्योंकि आपके भैया भी खुश नहीं रह पा रहे हैं।
मैंने आश्चर्य होकर उनसे पूछा आखिर क्या बात है जो भैया खुश नहीं रह रहे हैं। भाभी बोली मैं बहुत ही ज्यादा सेक्सी हूं और आपके भैया बहुत जल्दी ही बिस्तर छोड़ जाते हैं। अगर आप भी बिस्तर छोड़ जाओगे तो मेरे जैसी लड़की को तो ठीक नहीं लगेगा।
मैंने भाभी को बोला मैं बहुत बड़ा खिलाड़ी हूं मैं जल्दी बिस्तर छोड़ने वाला नहीं हूं। तो भाभी बोली बिना खेले आपको कैसे पता कि बिस्तर छोड़ सकते हो या नहीं, हो सकता है अगले से आप परेशान हो जाओ। अगला बहुत ताकतवर हो।
मैंने कहा अगर ऐसी बात है तो आप मुझे टेस्ट कर सकती हो। जब एक आदमी और एक औरत घर में अकेले होते है तो ऐसी बातें ही शुरुआत होती है और फिर यही बातें बिस्तर तक ले जाती है।
यही हुआ भाभी बोली तो चलो आ जाओ दिखा दो अपना जलवा। भाभी उठ खड़ी हो गई मैं भी उठ खड़ा हो गया हम दोनों बेडरूम में गए और भाभी को मैंने अपने सीने से लगा लिया।
नई नवेली दुल्हन बहुत ही सेक्सी दिखती है। भाभी की टाइट गोल-गोल चूचियां जब मेरे सीने से लगी तो मैं पागल हो गया मैं तुरंत ही अपना हाथ उनके चुचियों पर रखकर दबाने लगा।
भाभी सिसकारियां लेती हुई मुझे अपनी बाहों में भर ले और फिर दोनों के होंठ एक दूसरे के करीब आकर क्यों होने लगे। भाभी को मैंने तुरंत ही बेड पर लिटा दिया उनके ब्लाउज का हुक खोलते हुए ब्रा को पीछे से खोल दिया। बड़ी-बड़ी चूचियां मेरे सामने थी मैं चुचियों को पकड़कर मचलने लगा।
उनका गोरा बदन उनकी कजरारी आंखें लंबे बाल गठीला बदन चूतड़ बाहर की तरफ निकला हुआ बड़ी-बड़ी चूचियां गोल-गोल टाइट टाइट पिंक कलर का निप्पल गोल गोल जांघें उनकी बगल में काले काले छोटे-छोटे बाल।
यह सब देखकर में पागल हो गया मेरा लंड तुरंत ही खड़ा हो गया मैं भाभी पर टूट पड़ा मैं उनके होंठ को चूमने लगा उनके गाल पर मैं चुम्मा देने लगा।
भाभी खुद सिसकारियां लेती हुई मुझे चूम रही थी। भाभी का पेटीकोट उतार कर मैं बाहर फेंक दिया और उन्होंने जो लाल कलर की ब्रा पेंटी पहनी हुई थी बड़ी सेक्सी थी मैंने तुरंत ही उसे उतार दिया और भाभी को पूरी नंगी कर दिया.
दोनों टांगों के बीच में बैठकर मैं उनके चूत को चाटने लगा। उनकी चूत मलाई के तरह लग रही थी। चूत से गर्म गर्म पानी निकल रहा था पर मैं बार-बार उसको चाट कर साफ कर रहा था।
उनकी चूत का नमकीन पानी मुझे घायल कर दिया मैं पागल हो गया मेरे अंदर का हैवान जाग उठा था मैं टूट पड़ा उनके ऊपर मैं अपने जवानी को उनकी चूत के अंदर घुसा रहा था।
मेरी जवान भाभी मेरी कमसिन भाभी सिसकारियां लेती हुई मेरे बाल को पकड़कर अपने चूत में लग रही थी मेरे मुंह को। कभी मैं नाक घुसा देता था उनके चूत के छेद में तो कभी जीभ घुसा देता था।
कभी दांतों से काटने लगता था ऐसा लगता था कि उनकी चूत को मैं खा जाऊं। उनकी बड़ी-बड़ी टाइट चूचियां और भी टाइट हो गई थी निप्पल खड़ा हो गया था। भाभी का सिंदूर बिखर चुका था काजल इधर-उधर लग गया था उनके चेहरे पर पसीना आ गया था। आंखें उनकी लाल हो गई थी अंतर्वासना से भर गई थी वो.
भाभी अब चुदने के लिए तड़पने लगी और बोलने लगी की अब और मत तड़पाओ डाल दो अपना लंड मेरी चूत में. भाभी को तड़पाना मुझे अच्छा नहीं लगा मैं तुरंत ही दोनों टांगों को अलग-अलग किया अपना लंड निकाल कर दो बार उनके पेट पर ठोका।
फिर चूत के छेद पर लंड लगाकर एक दो बार आगे पीछे किया और फिर एक झटके देकर अपना पूरा लंड भाभी की चूत में घुसा दिया।
जैसे ही मेरा पूरा लंड उनकी चूत के अंदर गया वैसे ही भाभी मुझे बोली आप का लंड भैया से ज्यादा बड़ा है।
मैं उनके दोनों चुचियों को दबोच लिया और कस के दबाते हुए मैं जोर जोर से धक्के दे देकर उनकी बूर में अपना लंड घुसाने लगा।
भाभी अपनी गांड को गोल गोल घुमाने लगी और मेरे लंड को अंदर बाहर खुद से वह लेने लगी थी।
मैं जोर जोर से धक्के देने लगा भाभी के जिस्म को चूम चूम कर में कई जगह लाल कर दिया था जोर जोर से धक्के देता उनके चुचियों को मसल था उनके होंठ को काटता अपने दांतो से।
भाभी को तड़पा तड़पा कर करीब 1 घंटे तक मैंने चोदा और उनको शांत किया।
अपना सारा माल भाभी के चूत में ही छोड़ दिया भाभी बहुत खुश हो गई बोली आप बहुत अच्छे प्लेयर हो, जब भी मुझे अपनी वासना शांत करने की होगी तो मैं आपसे कर लूंगी। सच तो यह है मैं आपको बहुत पसंद करती हूं जब से मैं शादी के पहले से आपको देखी तब से मैंने मन बना लिया था। क्या आपके साथ सप्ताह में करीब एक बार जरूर सेक्स करूंगी और वह दिन आ गया आज शुरुआत था।
इस तरह से मैंने अपने भाभी की चूत को चाट कर उनके बूर में लंड घुसा कर उनके चुचियों को दबाकर जबरदस्त तरीके से उनको खुश किया।