दोस्तों मेरा नाम आशा है और मैं अभी 36 साल की हूँ। मैं एक शादीशुदा और हूँ। शादी से पहले कॉलेज टाइम पर मैं कई सारे मर्दों से चुदी हूँ उनकी रंडी बनकर, कॉलेज में मैं बहुत फेमस थी क्यूकी मेरा बदन बहुत ही गदराया हुआ है.
जो भी मुझे देखता है बस मुझे चोदने के सपने देखने लग जाता है, और मुझे जो लड़का भी पसंद आता था मैं उससे चुदवा लेती थी।
मेरी शादी को अभी 4 साल ही हुए है और मेरे पति ज़्यादातर दिल्ली से बाहर ही रहते है काम के सिलसिले में जिस वजह से मेरी बुर की गर्मी शांत नहीं हो पाती.
शादी के बाद मैं बस कुछ ही मर्दों से चुद पायी हूँ पर आपको तो पता ही है दोस्तों पराये मर्द के लंड से चुदने का अलग ही मज़ा है जब वो मुझे घोड़ी बनाकर मेरी गांड पर ज़ोरदार थप्पड़ मारके मुझे रंडी की तरह चोदते है तो मुझे बहुत मज़ा आता है।
दोस्तों आजतक मैं 50 मर्द से सम्बन्ध बना चुकी हूँ। चाहे अपने घर पर चुदी हूँ या फिर होटल में रंडी बनकर।
मैं गोरी हूँ गांड मेरी गोल गोल 36 नंबर की ब्रा पहनती हूँ चूचियां टाइट और आम की तरह बड़ी और रसीली है कमर बहुत ही पतली पर गांड उभरे हुए है। होठ मेरे गुलाबी है और जब चलती हूँ चूतड़ हिलते हैं और इसी पर दुनिया हिल जाती है मेरी चाल पर।
दोस्तों 50वां मर्द चौधरी जी है जो मेरे से चार साल बड़े है। सेक्सी है खूब पैसे वाले हैं हॉट है।
वो मेरे पड़ोस में रहते हैं मैंने उन पर डोरे डाले और कामयाब हो गई।
वो मुझे प्यार करने लगे पर मैं सिर्फ अपना काम निकलवाने लगी क्योंकी मैंने आजतक मर्दो से सिर्फ काम ही निकलवाया है।
चौधरी जी अच्छे इंसान हैं। मेरी अदाओं पर वो मरने लगे और मैं उनको अपने जाल में फंसाने लगी और एक दिन मेरी चुदाई का दिन आ गया।
उनकी पत्नी किसी ऑफिस के काम से मुंबई गई थी। और मेरे पति भी दो दिन के टूर पर शहर से बाहर गए।
मैं अकेली थी और चौधरी जी भी अकेले। बच्चे का क्या वो तो नौ बजे ही सो जाते हैं।
रात के करीब दस बजे चौधरी जी आये। एक बोतल शराब लेकर पहले तो हम दोनों ने पीया फिर एक दूसरे को जाम बना बना कर पिलाया।
उसके बाद हम दोनों ने चुदाई का कार्यक्रम शुरू किया।
उनके पास एक बैग था उसमे दो तीन खिलौने थे प्लास्टिक का लौड़ा। एक इलेक्ट्रिक वाइब्रेटर भी था।
उनके पास हथकड़ी भी थी जो आपने कई फिल्मों में भी देखा होगा लड़की को हथकड़ी लगाकर चोदते हैं। यानी उनके पास सेक्स खिलौने थे। क्रीम भी था तेल भी था।
पहले तो वो दो टेबलेट खाये फिर उन्होंने एक बोतल निकाला उसमे तेल था लंड पर लगाया। एक क्रीम थी वो भी लंड पर लगाया। ये सब लगाते ही उनका लौड़ा मोटा और काफी कड़क हो गया।
उन्होंने एक और बोतल निकाल कर दिया उन्होंने मुझे कहा की चूत पर लगा लो। और एक क्रीम दिया जो बोले की चूची पर लगा लो।
मैं भी यही करी दोस्तों क्रीम लगाते ही मेरी चूचियां टाइट हो गई और चूत पर लगाते ही गुदगुदी होने लगी और पानी छूटने लगा। अंदर से खुजली होने लगी ऐसा लग रहा था कोई मुझे चोद दे।
ये सब एहसास नया था। आजतक मैं कभी सुनी भी नहीं थी इसके पहले भी मैं 49 मर्द से चुदवा चुकी हूँ पर ऐसा किसी ने नहीं किया ज्यादा से ज्यादा उन्मे से किसी ने टेबलेट खाया पर इतना इंतज़ाम चुदाई का पहली बार देखा।
उसके बाद वो मेरे सारे कपडे उतार दिए।
कमरे में डिओड्रेंट छिड़का। फिर उन्होंने मुझे लेटने को कहा और वाइब्रेटर निकाला।
दोस्तों मेरी मोटी मोटी जाँघे और बड़ी बड़ी चूचियां होठ लाल ऐसे लग रहे थे की मैं एक चुदक्कड़ रंडी हूँ।
चौधरी जी ने मेरे दोनों पैरों को अलग अलग कर दिया। मेरी चूत में काफी खुजली हो रही थी।
उन्होंने वाइब्रेटर ऑन किया और चूत में सटाया मैं तो पागल होने लगी मजे आने लगे नया तरीका नया एक्सपीरियंस रोम रोम खड़े हो गए चूचियां बड़ी और टाइट पहले से ही हो गई थी।
मैं खुद ही अपने चूचियों को मसलने लगी। आह आह आह की आवाज निकाल रही थी मुँह से। पर वो अपनी धुन में थे।
कभी तो हलके से सटाते कभी अंदर घुसा देते। फिर उन्होंने लौड़ा निकाला प्लास्टिक का उसपर जैल लगाया और मेरी चूत में घुसाने लगे। जोर जोर से जल्दी जल्दी घुसाने लगे मैं आह आह आह छोड़ो प्लीज ऐसा नहीं मैं पागल हो जाउंगी यही कह रही थी।
मैं पसीने पसीने होने लगी। चूत पानी पानी हो गया था।
फिर उन्होंने जैल लगाया और मेरी गांड में भी घुसाया। दोस्तों वो पहला दिन था जब मैं बिना लौड़े के भी संतुष्ट हुई थी। पर असली खेल तो अभी बाकी था। मैं दो बार पहले ही झड़ गई थी। पर वो अभी शुरू भी नहीं हुए थे।
उन्होंने मेरे हाथ में मखमली हथकड़ी लगायी और पलंग से बाँध दिया। मेरे पैर भी बाँध दिए उन्होंने एक चॉकलेट निकाला जो पिघल ही गया था उन्होंने मेरी पूरी बॉडी पर लगा दिया गांड से लेकर चूत से लेकर चूची से लेकर गर्दन से लेकर कांख तक और लगे चाटने ओह्ह्ह्ह क्या बताऊँ दोस्तों कैसा लग रहा था उनका जीभ जब मेरे बदन पर पड़ रहे थे तब मैं जन्नत का सैर कर रही थी।
आज तक मुझे ऐसी चुदाई का एहसास नहीं हुआ था। ये थी मेरी असली चुदाई की शुरआत।मैं हिल भी नहीं पा रही थी अंगड़ाई भी नहीं ले पा रही थी।
अब वो अपना मोटा लौड़ा निकाले पहले तो मुँह में दस मिनट तक चूसा मैंने फिर चूत में तिस मिनट तक चोदा उन्होंने। वो मेरी चूचियां रगड़ रहे थे मानो उनके हाथ क्या लग गया। जो मैं क्रीम और तेल लगाई थी वो भी अब कुछ ज्यादा ही असर दिखाने लगे।
अब वो जोर जोर से चोदने लगे ऐसा लगा की वो खुद भी मशीन हो लौड़ा मोटा हो गया था स्पीड तेज गजब लग रहा था मैं गिनती भी नहीं कर पा रही थी कितने बार डाल रहे थे और कितने बार निकाल रहे थे लौड़ा.
मेरी चूत पानी पानी हो गयी थी अब सहने लायक नहीं था आजतक मुझे ऐसा किसी ने नहीं चोदा था।
मैं कराहने के अलावा और कुछ भी नहीं कर पा रही थी। फिर उन्होंने मेरी मखमली हथकड़ी खोल दी और बोले आपको जैसा लगता है बोलो कैसे करूँ मैं भी हाथ आजमाने के लिए उनको निचे कर दी और खुद ही उनके लौड़े को पकड़ कर चूत में ले ली और फचा फच लेने लगी जल्दी जल्दी। वो भी निचे से धक्के देते और मैं ऊपर से गोल गोल घूमकर धक्के देती।
करीब एक घंटे तक चुदने के बाद मैं पस्त हो गई थी। फिर भी वो बन्दा अभी तक झडा नहीं था पता नहीं कैसा सा टेबलेट खाया और क्या तेल लगाया।
मैं खुद बोली मैं हार गई अब गिरा दो सारा माल मेरे मुँह में और उन्होंने ऐसा ही किया फिर पांच मिनट चोदा और सारा माल मेरे मुँह में गिरा दिया फिर थोड़ा मेरी दोनों चूचियों पर।
फिर करीब एक घंटे तक एक दूसरे में लिपटे रहे सोते रहे फिर एक एक पेग फिर लिया बातचीत किये और वो करीब रात के तीन बजे अपने घर चले गए और मैं सो गई। दोस्तों दूसरे दिन मैं दिन के 12 बजे उठी। मोबाइल फ़ोन पर मेरे पति के 50 मिस काल थे मैं भी देख कर मुस्कुराई की 50 मिस काल और पचीसवाँ मर्द।