3 मर्दों ने मिलकर बुझाई मेरी गदराई हुई चूत की प्यास

हैलो दोस्तों मेरा नाम काजल है और मैं 32 साल की एक शादीशुदा औरत हूँ, मेरा फिगर काफ़ी सेक्सी है जिस से काफ़ी सारे मर्दों का लंड खड़ा हो जाता है मुझे देख कर, मेरे गोरे गोरे बड़े स्तनों और मटकती हुई गाँड़ के सभी दीवाने है।

मेरे पति ऑफिस के काम के सिलसिले में अक्सर शहर से बाहर रहते है जिस से वो मेरी गदराई हुई चूत की प्यास शांत नहीं कर पाते इसलिए मैं कभी कभी ग़ैर मर्दों से अपनी चुदाई करवाती हूँ जो की पूरी रात मुझे अच्छे से चोदते है।

ये बात कुछ हफ़्ते पहले की है जब मेरी चूत बहुत ज़्यादा मचल रही थी और मुझे चुदवाने का बहुत मन कर रहा था, उस समय रात हो रही थी तो मैंने सोचा चलो तैयार होकर बाहर चली जाती हूँ कोई तो मेरी मस्त जवानी देखकर पेल ही देगा मुझे।

मैंने ब्लैक सारी पहनी और ऊपर एक ब्रा जैसा ब्लाउज पहन लिया जिस से मेरी बड़ी बड़ी चुचिया उभर कर बाहर आये, मैं फिर बाहर आ गई और निकलते ही काफ़ी सारे लड़के मुझे घूरने लगे.

थोड़ी देर बाद मैंने एक दुकान से जाकर घर का थोड़ा सामान लिया फिर वापस आने लगी तभी वहाँ पर 3 मर्द खड़े हुए थे जो की हवस की निगाहों से मेरी चूचियों को देख रहे थे और दूसरा बंदा बोल रहा था कि क्या गाँड़ है इसकी मन तो कर रहा है कि इसे यही पटक कर चोद दूँ, मैं उनके सामने फिर काफ़ी इतरा कर अपनी गाँड़ मटकाकर चलने लगी और वो भी मेरा पीछा करने लगे।

उस समय रात के 10 बज रहे थे और मैं घर से काफ़ी दूर आ गई थी और गली में दूर दूर तक कोई नहीं दिख रहा था, वह लोग मेरा पीछा कर रहे थे तभी अचानक से उसमे से एक ने आकर पीछे से मेरी गाँड़ को छुआ, मुझे बहुत ख़ुशी हो रही थी क्योंकि शायद आज मैं 3 पराये मर्दों से चुदने वाली थी, मैं उन लोगो के सामने सीधी बनने का नाटक करने लगी और मैंने तब उसे एक ज़ोर से थप्पड़ लगा दिया।

तभी उसके साथ के 2 मर्दों ने आकर मुझे घेर लिया और मुझसे बोलने लगी साली तेरी इतनी हिम्मत की तू मेरे भाई पे हाथ उठाये?
मैंने बोला अपनी तमीज़ में रहो, देखा नहीं तुमने क्या कर रहा था तुम्हारा भाई मेरे साथ?
उसने कहा जो करने की चीज़ है वो कर रहा था, इतनी गाँड़ मटकाकर चलेगी तो लोग तो तेरी गाँड़ मारेंगे ही.
मैं उन लोगो के सामने नाटक करने लगी और बोलने लगी तेरे घर में माँ बहन है या नहीं?

वह बोला साली तू ज़्यादा ज्ञान मत दे वरना हम 3 तुझे यही पटक के चोद देंगे, अंदर से मुझे बहुत ख़ुशी हो रही थी क्योंकि असल में तो मैं भी चुदवाने के लिए बहुत बेताब थी।
तभी उसके भाई ने मेरी चूचियों को छूने की कोशिश की और फिर से मैंने एक थप्पड़ मार दिया उसे और अब इस बार वो 3 ग़ुस्से में आ गये और कहने लगे, साली रंडी आज तो हम तुझे यही पर पटक के चोद देंगे.

इतनी बड़ी बड़ी चुचिया लेके घूम रही है और इतनी फैली हुई गाँड़ है तेरी पता नहीं कितने मर्दों से चुदी होगी और हमारे सामने तू सीधी बन रही है? आज तुझे चोद कर तेरा सारा घमंड उतार देंगे, उसने फिर ज़ोर से चिल्ला कर अपने साथ वालों को बोला की “ले चल इस रंडी को उठा कर अपने फ्लैट में, ज़बरदस्त चुदाई करेंगे इस रंडी की”.

मैं नख़रे करने लगी और बोलने लगी, छोड़ दो प्लीज़, मुझे जाने दो, वो कहने लगा नहीं साली आज तो तेरा घमंड उतारूँगा और खूब पटक पटक कर चोदूँगा तुझे. उन दोनों ने फिर मुझे ज़ोर से पकड़ कर गोद में उठा लिया और अपने फ्लैट पर ले आये।
आते ही उन लोगो ने मेरी साड़ी और ब्लाउज उतार दिया ज़बरदस्ती, मैं उन लोगो के सामने अब पूरी नंगी थी और उन लोगो ने अपने भी सारे कपड़े उतार दिये।

फिर उनमें से एक ने मुझे ज़ोर से पकड़ लिया और मेरे होटों को चूमने लगा और मैं भी बस ज़ोर से चिल्लाने लगी प्लीज़ छोड़ दो मुझे, जाने दो……..वो कहने लगा आज तो तेरी चूत की सारी गर्मी निकाल कर ही तुझे छोड़ेंगे, बहुत जवानी चढ़ी है ना तुझे, आज देख कैसे हम तीनों मिलकर तेरी चूत का भोसड़ा बनाते है।

उसने मुझे उठाकर बेड पर पटक दिया, एक मेरे होटों को चूमने लगा और दूसरा मेरे मम्मों को ज़ोर ज़ोर से मसलता और मेरे निपल्स चूसता, तीसरा बंदा तो मेरी चूत को चाटने लगा।
उस समय तो मानो जैसे मुझे जन्नत मिल गई क्या मज़े आ रहे थे मुझे और मेरी ज़ोर ज़ोर से सिसकारियाँ निकालने लगी “आहहहहहह आहहहहहह ओहहहहहहह ओहहहहहहह अहंहहहहहह अहंहहहहहह”…….

मेरी चूत नीचे से पूरी गीली हो चुकी थी और इसके बाद उसने एक झटके से ही अपना लंड मेरी चूत में डाल लिया और मेरी तो चीखे ही निकल गई “आहहहहहह आहहहहहह ओहहहहहहह ओहहहहहहह अहंहहहहहह अहंहहहहहह”…….

उसने फिर ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाये मेरी चूत में और मुझे बहुत मज़ा आने लग गया था, वह तीनों काफ़ी हट्टे कट्टे थे और उनका लंड भी काफ़ी लंबा और मोटा था.
एक एक कर के वह मेरी चूत में अपना लंड घुसाने लगे और मुझे बहुत तेज तेज चोदते।

इसके बाद उन लोगो ने मुझे घोड़ी बनाया और फिर एक ने लंड मेरी गाँड़ में डाल दिया और एक ने मेरी चूत में और तीसरा बंदा पीछे से मेरी गाँड़ पे थप्पड़ बजा रहा था और बोल ने लगा कि ये रहा साली तेरे थप्पड़ का जवाब, आज तो हम तीनों तुझे पूरी रात बजायेंगे अपनी रंडी बनाकर.

वो दोनों ज़ोर ज़ोर से अपने लंड से धक्के लगाते और मेरी ज़बरदस्त चुदाई करते, अब मेरी गाँड़ और चूत में काफ़ी तेज दर्द होने लग गया था क्योंकि वो मुझे एक घंटे से लगातार चोद रहे थे।
मैं बहुत तड़प रही थी, मैंने उनको काफ़ी रोका पर वह लोग रुके नहीं, मैं रोती रही और वो मुझे रंडी की तरह चोदते रहे, कभी वो मेरी टाँगे उठाकर मुझे चोदते तो कभी मुझे घोड़ी बनाकर चोदते.उस दिन उन लोगो ने मुझे पूरी रात चोदा और अपना सारा माल मेरी चूत में ही छोड़ दिया।

उस दिन दोस्तों,सच में उन तीनों ने मेरी गदराई हुई चूत फाड़ ही थी और फिर तब से लेके अभी तक मैंने किसी से भी नहीं चुदवाया क्योंकि उस दिन उन लोगो ने मुझे चोद चोद कर मेरी हालत ही ख़राब कर दी थी.

तो दोस्तों, ऐसे 3 पराये मर्दों ने की मेरी ज़बरदस्त चुदाई और शांत की मेरी गदराई हुई चूत की प्यास.

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